आदिवासी समाज ने डॉ. अम्बेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई
नगरी, (ब्यूरो छत्तीसगढ़)। डॉ .भीमराव अम्बेडकर जी की 129वीं जयंती के अवसर पर ध्रुव गोंड़ समाज भवन में सर्व आदिवासी समाज, नगरी की ओर से कार्यत्रढम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में गोड़ समाज के महिला जिलाध्यक्ष दिनेश्वरी नेताम एवं सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष उमेश देव थे। सर्वपथम डा0भीमराव अम्बेडकर जी के तैलचित्र पर पुष्प-धूप-दीप-नारियल-पीतअक्षत चढ़ाकर पूजा अर्चना की गई। तत्पशचात सुरेश ध्रुव ने बाबा साहब के जीवनी पर पकाश डाला अतिथियों के उद्बोधन में गोंड़ समाज के जिला उपाध्यक्ष महेन्द नेताम ने कहा की बाबा साहब द्वारा भारतीय संविधान में अनुसूचित जन जातियों के लिए जो व्यवस्था दी गई है, यदि इन व्यवस्थाओं का अक्षरशः पालन हो तो समाज की स्थिति बेहतर होगी। तत्कालिन समय में बाबा साहब ने हमारे समाज के लिए जो व्यवस्था संविधान में दी वह उनकी उच्च सोच शिक्षा, शोध एवं बौध्दिकता का परिचायक है। पमोद कुंजाम युवा उपाध्यक्ष ने संविधान में अजजा की रक्षा के लिए अनुच्छेद 244 एवं 13 (3क) को शामिल करने के लिए बाबा साहब को नमन किया।गोड़ समाज की महिला जिलाध्यक्ष दिनेश्वरी नेताम ने कहा कि आज हमारे घरों में अन्य धर्मों के साहित्य भरे पड़े हैं पर भारतीय संविधान की पति समाज के बहुतों के घर में नहीं है। उन्होंने समाज के सभी घरों में संविधान की पति रखने एवं बच्चों के जन्मदिन पर एवं अन्य शुभ अवसरों पर संविधान की पति गिफ्ट देने निवेदन किया। साथ ही सर्व आदिवासी समाज द्वारा पतिवर्ष अम्बेडकर जयंती का कार्यत्रढम धूमधाम से मनाने का अनुरोध किया किशोर कश्यप, नरेश छेदैहा, नीलू छेदैहा एवं नेमीचंद देव ने कहा कि बाबा साहब ने सम्पूर्ण जीवन में कमजोर एवं पिछड़े वर्ग के लोगों के उत्थान एवं समाज में व्याप्त बुराइयों को मिटाने के लिये महत्वपूर्ण कार्य किये । मुख्य अतिथि सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष उमेश देव ने कहा कि बाबा साहब संविधान में सच्चे अर्थों में श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया एवं समाज के लोगों को शिक्षित, संगठित होकर संघर्ष करने की बात कही।