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पधानमंत्री मोदी ने किया छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार: भूपेश बघेल

👤 veer arjun desk 5 | Updated on:16 April 2019 3:18 PM GMT
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रायपुर, (ब्यूरो छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पधानमंत्री नरेन्द मोदी पर एक बार फिर से तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पधानमंत्री बनने के बाद श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ को कुछ देने के बजाए उल्टे छत्तीसगढ़ का हक छीनते रहे और मुख्यमंत्री रहते हुए डा. रमन सिंह मौन साधे रहे। उन्होंने कहा कि पधानमंत्री का आज फिर से छत्तीसगढ़ दौरा है, हमने उनसे पहले भी सवाल पूछा था और वे जवाब नहीं दे पाए।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पधानमंत्री नरेन्द मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार किया। छत्तीसगढ़ को मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की। रमन सिंह की सरकार ने इसी कारण तीन साल बोनस नही दिया और इसका खामियाजा पदेश भर के किसानों को उठाना पड़ा। मोदी सरकार ने कोयला खदान रद्द किया, 42 खदानों में से 14 को आवंटित किया, अगर पहले जैसी व्यवस्था होती तो इससे राज्य को 2500 रूपए पति टन की रॉयल्टी मिलती, लेकिन इसे भी केन्द की मोदी सरकार ने छीन लिया। इसके चलते राज्य की करोड़ों रूपए के राजस्व की हानि उठानी पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि केन्द सरकार ने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 125 ट्रेनों की संख्या कम कर दी इससे अंदाज लगाया जा सकता है की सरकार ने छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय किया। केन्द सरकार को पदेश की जनता की सुविधाओं का कोई ध्यान नहीं दिया है, इसीलिए सुविधाएं देने के बजाए उल्टे छत्तीसगढ़ का हक छीनते रहे। उन्होंने कहा कि केन्द से मिलने वाली अनाज का आवंटन भी श्री मोदी जी की सरकार ने क्या सोच कर रूकवाया, यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि छत्तीसगढ़ को अनाज देना बंद कर दिया गया है, जिससे गरीबों को अनाज मिलना भी मुश्किल हो गया है। पिछले 15 सालो में गरीबो की संख्या बढ़ी है, मिट्टीतेल जितना मिलता था उसे भी कम कर दिया। जिससे गरीबों को दिक्कत हो रही है। केंद में बैठी सरकार वनाधिकार में बदलाव करना चाहती है, इस बदलाव का आदिवासियों के जीवन में विपरीत पभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सिर्प 17000 के लगभग आवास बने, मनरेगा का भुगतान अभी तक नही हो पाया है, इस विलंभ के कारण मजदूरों में इस योजना पर से भरोसा टूट गया है, लोगों का विश्वास भी कम हो गया है।

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