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नक्सल हिंसा का अंत सुनिश्चितः डॉ. रमन सिंह

👤 veer arjun desk 5 | Updated on:14 March 2018 2:44 PM GMT

नक्सल हिंसा का अंत सुनिश्चितः डॉ. रमन सिंह

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रायपुर, (ब्यूरो छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य के सुकमा जिले में किस्टारम के पास हुए नक्सल हमले में केन्दीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एप.) के बहादुर जवानों की शहादत के पति छत्तीसगढ़ सहित पूरा देश नतमस्तक है। आदिवासी बहुल जिले के विकास कार्यों के लिए सुरक्षा ड्यूटी करते हुए इन वीर जवानों ने अपनी शहादत दी है। मुख्यमंत्री ने आज सवेरे राजधानी रायपुर के माना स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र पुलिस बल की चौथी बटालियन के परिसर में यह बात कही। उन्होंने इस मौके पर सुकमा जिले में कल हुए नक्सल हमले की घटना में सी.आर.पी.एप. के नौ शहीद जवानों को पुष्पचत्रढ अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने कहा - जवानों के इस बलिदान को न सिर्प छत्तीसगढ़ बल्कि पूरा देश हमेशा याद रखेगा। सुरक्षा बलों के हमारे जवान छत्तीसगढ़ को नक्सल समस्या से मुक्प करने के लिए एक कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं। उनका मनोबल बहुत ऊंचा हैं। हम सबने मिलकर छत्तीसगढ़ से नक्सल समस्या को समूल नष्ट करने की पतिज्ञा ली है। नक्सल हिंसा का सुनिश्चित है। आगे अगर इस पकार की घटनाएं होती है तो उसका भी कठोरता से जवाब दिया जाएगा। इस मौके पर केन्दीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अहीर ने कहा कि नक्सलियों का मुकाबला करने के लिए केन्द और राज्य के सुरक्षा बल परस्पर कापी बेहतर समन्वय से और पूरी सजगता से काम कर रहे हैं। केन्द सरकार भी इस दिशा में लगातार सजग है।
मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिवारों के पति संवेदना पकट करते हुए कहा - निश्चित रूप से इन शहीदों के परिवारों के पति हम सबकी गहरी संवेदना जुड़ी हुई है। इस घटना से पभावित परिवारों के दर्द को हम सब महसूस करते हैं। इनमें से पत्येक परिवार का न सिर्प एक नवजवान चला गया है, उस घर को चलाने वाला चला गया है, बल्कि हमारे भारत का एक लाल चला गया है। डॉ. रमन सिंह ने कहा - नक्सल पभावित बस्तर संभाग के जिलों में और विशेष रूप से वहां के सुकमा जैसे जिले में सुरक्षा बलों के हमारे जवान सबसे कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं। जवानों की शहादत का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा - जैसे देश की सरहद पर लोग शहीद होते हैं, जैसे सियाचिन से लेकर पाकिस्तान की सीमा तक हमारे जवान देश की रक्षा के लिए अपने राष्ट्रीय कर्त्तव्यों का पालन करते हुए कई बार शहीद हो जाते हैं, वैसे ही नक्सल हिंसा के खिलाप यह लड़ाई किसी भी दृष्टि से कम नहीं हैं। उन्होंने कहा-हमारे जवान रोज गश्त में निकलते हैं। नक्सलियों के खिलाप मोर्चे पर वे पूरी बहादुरी के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
सुकमा की घटना का जित्रढ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा - ऐसी घटनाओं से सरकार और सुरक्षा बलों के जवानों का मनोबल जरा भी कम नहीं होगा, बल्कि नई पतिज्ञा और नये विश्वास के साथ हम सब मिलकर नक्सलवाद के खिलाप लड़ाई में लगातार आगे बढ़ेंगे। डॉ. रमन सिंह ने कहा - नक्सली सभी मोर्चों पर असपल हो रहे हैं। सुकमा जिले में सड़कों का जाल बिछाने का काम हो रहा है। आज मैं कह सकता हूं कि सुकमा से होकर जितने भी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे हैं, करीब-करीब अगले चार महीने में पूर्ण हो जाएंगे। कोंटा तक और भोपालपटनम तक सड़कों का निर्माण हो जाएगा। इंजरम तक सड़क बन चुकी है।
डॉ. रमन सिंह ने कहा - उस इलाके में सड़कों के निर्माण के चुनौती पूर्ण और बहुत मुश्किल काम सुरक्षा बलों के जवानों की मदद से हो रहा है और यही नक्सलियों की बौखलाहट है। मैं नियमित रूप से उन क्षेत्रों की यात्रा करता हूं। जवानों का हौसला कहीं भी कमजोर नहीं है। ऐसी घटनाओं से हमारा विश्वास और मजबूत होता है। निश्चित रूप से नक्सल हिंसा का अंत होने का समय आ गया है। आगे अगर इस पकार की घटनाएं होती है तो उसका भी कठोरता से जवाब दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा - पधानमंत्री नरेन्द मोदी और केन्दीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सुकमा के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके परिवारों के पति संवेदना पकट की है। केन्दीय गृहमंत्री कल से ही लगातार सम्पर्क में है। केन्दीय गृह राज्य मंत्री अहीर कल रात में ही रायपुर पहुंचे हैं।

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