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बस्तर में पशासनिक निरंकुशता से फैल रही अराजकताः विधायक बघेल

👤 admin5 | Updated on:27 May 2017 11:40 AM GMT
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वीर अर्जुन संवाददाता

जगदलपुर। कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा कि बस्तर एक तरफ जहां नक्सलवाद से पीड़ित है वहीं पशासन बस्तर में जिस तरह काम कर रही है ऐसा लगा रहा है कि पशासनिक निरंकुशता से अराजकता फैल रही है। समाज पर लाठी बरपाना, जनता पर अत्याचार कर पशासन एक बार फिर जनता को आंदोलन के रास्ते पर जाने को मजबूर किया है।

उन्होंने महरा समाज पर हुए लाठी चार्ज की निंदा करते वे भी सरकार की कार्यशैली से परेशान हैं और लगातार अपने इलाके में विकास के नाम पर लड़ाई लड़ रहे हैं। सड़क निर्माण की राशि स्वीकृत होने के बावजूद काम नहीं होने से रविवार को धरना पदर्शन करेंगे और आवश्यकता पड़ी तो चक्काजाम भी किया जाएगा। माहरा समाज को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करने के आरोप को खारिज करते बघेल ने कहा कि हम समाज के साथ हमेशा से तन, मन और धन से जुड़े हैं उनके अधिकार के लिए हमें जिस स्तर पर जाना होगा हम जाएंगे।

गुरूवार को माहरा समाज की एक सूत्रीय मांग को लेकर हुई आम सभा और इसके बाद चक्काजाम के दौरान हुए पथराव में जिन असमाजिक तत्वों की बात पुलिस कर रही है उसे कांग्रेसियों ने पशासन और सरकार के इशारे पर होने की बात कही है। चित्रकोट विधायक दीपक बैज ने कहा है कि भीड़ में भगदड़ मचाने के लिए पथराव एक पायोजन था जो माहरा समाज को उनके अधिकार से वंचित रखना चाहता है।ये सरकार के इशारे पर मंत्री के संरक्षण में किया गया हो इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। इधर कांग्रेसियों ने शनिवार को कांग्रेस भवन में पत्रवार्ता के दौरान एक स्वर में माहरा समाज के साथ बरती गई पुलिस की सख्ती को लेकर पशासन की निरंकुशता का परिचय बताते घटना की निंदा की। जनता पर जिस तरह से पशासन और पुलिस लगातार अत्याचार कर रही है इससे अब एक बड़ा वर्ग आंदोलित हो रहा है।अनुसंधान केन्द की रिपोर्ट पर गोलमोल जवाब माहरा समाज को उनका अधिकार दिए जाने और उन्हें अजजा वर्ग में शामिल किए जाने का पक्ष रखते कांग्रेस के पीसीसी सचिव दीपक कर्मा ने कहा कि उनकी लड़ाई 27 साल से जारी है। सरकार उनके अधिकार से उन्हें वंचित कर रही है। हालांकि इस मामले को लेकर उनके पिता स्व. महेन्द कर्मा ने अविभाजित मध्यपदेश के दौरान मांग उठाई थी लेकिन दिल्ली से इसपर कोई पहल सजगता के अभाव में नहीं हुआ। अब एक बार फिर समाज आंदोलित हो रहा है तो सरकार उनके अधिकार से उन्हें वंचित करने के लिए लाठीचार्ज करवा रही है। कर्मा ने कहा कि जो दस्तावेज और अभिलेख को माहरा समाज संज्ञान में ला रहा है उसे देखते उन्हें अधिकार मिलना चाहिए।

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