सुरक्षा बलों को अपने जाल में फंसाने का प्रशिक्षण दे रहे नक्सली
जगदलपुर । सुरक्षा बलों के जवानों को उस समय एक बड़ी सफलता मिली जब 8 अक्टूबर को नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के तुमकापाल के जंगलों में नक्सलियों द्वारा संचालित एक कैंप को नष्ट किया गया ।
जवानों को इस कैंप से प्राप्त सामग्री में एक हस्तलिखित डायरी प्राप्त हुई। इस डायरी में नक्सली अपने नेटवर्क को मजबूत करने के साथ-साथ अपने सदस्यों को एलओएस और एलजीएस तथा आईईडी बनाने का तथा इसे स्थापित करने और सुरक्षा बलों को इसमें फंसाने का प्रशिक्षण देने के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। इस डायरी में नक्सलियों द्वारा अपने चुने हुए सदस्यों को जवानों को लगाये गये एम्बुश में फंसाने के लिए कई प्रकार का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
इस संबंध में उल्लेखनीय है कि यह डायरी एक प्रकार से नक्सलियों के लिए प्रशिक्षण देने का पाठ्यक्रम था और जानकारी के अनुसार इसी कैंप में दी गई ट्रेनिंग के दौरान जब सुरक्षा बलों की टीम यहां पहुंची तब उस पर नक्सलियों ने आक्रमण कर दिया। जवानों द्वारा दिये गये प्रत्युत्तर में कटेक्लयाण एरिया कमेटी का डिप्टी कमांडर देवा कवासी मारा गया था।
इस संबंध में सुरक्षा बलों के अभियान का नेतृत्व कर रहे दंतेवाड़ा जिले के एएसपी सूरज परिहार ने जानकारी दी कि कैंप से मिली डायरी से कई महत्वपूर्ण जानकारियां मौजूद हैं और इस डायरी में इस तथ्य को भी बताया गया है कि नक्सलियों की टेक्निकल टीम यहां अपने सदस्यों को ट्रेनिंग दे रही थी। इसके बाद उनकी क्षेत्र में कोई बड़ी कार्रवाई करने की योजना थी। डायरी से और भी कई महत्वपूर्ण तथ्य मिलने की संभावना है। हिस