कोबरा-2 के जवान ने दिया मानवता का परिचय, खून देकर बचायी अजनबी की जान
कोरबा । पुलिस की ड्यूटी 24 घण्टे की ड्यूटी होती है, पर आज के समय में लोग ड्यूटी के समय पर भी ठीक से ड्यूटी नहीं करते, ऐसे में जब कोई ऐसा कुछ कर जाता है कि उसकी तारीफ किये बिना रह पाना भी मानवता के खिलाफ होगा।
बालको थाना अंर्तगत डायल-112 कोबरा-2 के जवान संजू श्रीवास शुक्रवार की शाम ड्यूटी से छूटकर सब्जी लेने के लिए कोसाबाड़ी आये हुए थे, इसी दौरान एक महिला मोबाइल में किसी से जोर-जोर से बात कर रही थी कि "ब्लड नहीं मिल रहा है, मैं ढूंढ-ढूंढ कर थक गई, किससे कहूं, क्या करूँ" ये सुनकर आरक्षक संजू श्रीवास ने देखा कि देर शाम एक अकेली महिला काफी परेशान है और ब्लड के लिए किसी से बात कर रही है। परेशानी देखकर वे महिला के पास गए और अपना परिचय देते हुए उनसे उनका नाम पूछा और अपनी परेशानी बताने को कहा तब महिला ने अपना नाम सरस्वती चौहान, बुधवारी बाजार, कोरबा निवासी बताया और बताया कि मेरे पति राजकुमार चौहान, 47 वर्ष, बालाजी ट्रामा सेंटर अस्पताल में कमजोरी का इलाज कराने गए थे, अचानक वहां चक्कर खाकर गिर गये । डॉक्टर ने इलाज के उपरांत बताया कि इनके शरीर में ब्लड की कमी है, अभी इनके शरीर में रक्त केवल 4 ग्राम है और ब्लड की जरूरत है । इस पर जवान ने कहा कि किस ग्रुप का ब्लड चाहिए, तो महिला ने कहा कि ओ पॉजिटिव(O+) चाहिए । जवान ने स्वयं ब्लड देने की बात कही और महिला के साथ बालाजी ब्लड सेंटर जाकर अपना ब्लड दिया। जवान के द्वारा इस तरह की मदद मानवता की सच्ची मिशाल है। हिस