छत्तीसगढ़: इंस्पायर अवॉर्ड योजना, देश में तृतीय स्थान
रायपुर । स्कूली छात्र- छात्राओं में वैज्ञानिक चेतना और दृष्टिकोण जगाने के मकसद से संचालित इंस्पायर अवॉर्ड योजना में छत्तीसगढ़, देश में तीसरे स्थान पर है। कोरोना की असामान्य परिस्थितियों के बावजूद राज्य में 44 हजार 338 पंजीयन हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि और रुझान बढ़ाने, उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण और तर्क क्षमता का विकास करने, नन्हें बाल वैज्ञानिकों को अवसर प्रदान करने के लिए इंस्पायर अवार्ड योजना संचालित है। छत्तीसगढ़ राज्य के 14 हजार 520 विद्यालयों के पूर्व माध्यमिक और हाईस्कूल स्तर की कक्षा 6वीं से 10वीं तक के होनहार बालक-बालिकाएं इसमें शामिल हो सकते हैं। वर्तमान में देश में कोविड-19 के कारण निर्मित असामान्य परिस्थितियों के बावजूद भी छत्तीसगढ़ राज्य में 44 हजार 338 का पंजीयन कर देश में तृतीय स्थान पर है। राज्य के 8 जिलों राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, धमतरी, कोरबा, जांजगीर-चांपा, कबीरधाम और सूरजपुर में पंजीयन की स्थिति विशेष रूप से सराहनीय है।
राज्य में संचालित सभी शासकीय विद्यालयों, अशासकीय अनुदान प्राप्त और अशासकीय विद्यालय (हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम में संचालित) के कक्षा 6वीं से 10वीं तक के विद्यार्थी तथा रजिस्टर्ड मदरसों के कक्षा 6वीं से 8वीं तक समस्त बालक-बालिकाएं इसमें शामिल हो सकते हैं।
शिक्षा सत्र 2020-21 से राज्य के सभी सीबीएसई स्कूल, सीआईएससीई संबद्ध स्कूल और केन्द्रीय विद्यालय संगठन के कक्षा कक्षा 6वीं से 10वीं तक के 10 वर्ष से 15 वर्ष तक आयु वर्ग के सभी विद्यार्थी भी इंस्पायर अवार्ड मानक के राज्य के स्कूलों के लिए आयोजित जिला स्तरीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। प्रत्येक विद्यालय से अधिकतम 5 विद्यार्थियों के बेस्ट आइडिया, मॉडल का चयन कर उनका ऑनलाइन पंजीयन कराया जा सकता है। इसके लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार और राष्ट्रीय नवप्रवर्तन संस्थान देश भर के कक्षा 6वीं से 10वीं तक के सभी स्कूलों से आवेदन प्रेषित किए जा सकते हैं। इस संबंध में विद्यालयों के संस्था प्रमुख कक्षा 6वीं से 10वीं तक विद्यार्थियों की एक आइडिया प्रतियोगिता आयोजित कर श्रेष्ठ पांच आइडिया का चयन कर नवाचार का नामांकन इंस्पायर अवार्ड मानक के वेब पोर्टल पर कर सकते हैं।
देशभर से प्राप्त विचारों में से सर्वश्रेष्ठ एक लाख विचारों का चयन कर उन्हें जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 10 हजार रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। यह राशि विद्यार्थियों के बैंक खाते में सीधे जमा की जाती है। जिला स्तरीय प्रदर्शनी में चयनित छात्र को राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में भाग लेना होता है। राज्य स्तर पर चयनित प्रतिभागी विद्यार्थियों को राष्ट्रीय नवप्रवर्तन संस्थान द्वारा देशभर के विभिन्न तकनीकी संस्थान के सहयोग से मेंटरिंग सहयोग प्रदान किया जाता है। यहां विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण प्रतिकृति (प्रोटोटाईप) बनाने के बारे में जानकारी दी जाती है। जिससे राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में बेहतर प्रतिकृति प्रदर्शित की जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार /केशव
Submitted By: Keshav Kedar Nath Sharma Edited By: Sanjeev Pash Published By: Sanjeev Pash at Dec 11 2020 11:18AM