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धमतरी : बेमौसम बारिश और बदले हुए मौसम का उत्पादन पर पड़ा असर

👤 Veer Arjun | Updated on:17 Jan 2022 10:47 AM GMT

धमतरी : बेमौसम बारिश और बदले हुए मौसम का उत्पादन पर पड़ा असर

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धमतरी। साल के अन्य दिनों की तुलना में शीत ऋतु में सब्जियों की कीमतें कम होती है, लेकिन बेमौसम बारिश, खराब मौसम ने सब्जियों की कीमतों को बढ़ाकर रख दिया है। स्थानीय व बाहर से सब्जी की पर्याप्त आवक भी नहीं हो रही। सब्जी फसल नुकसान का खामियाजा इसकी कीमत पर पड़ा है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि आवक जब तक नहीं बढ़ेगी तब तक कीमत बढ़ी रहेगी। सब्जियों के रेट बढ़ने से लोगों को जेब ढीली करनी पड़ रही है।

बेमौसम बारिश से सब्जी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। इसके चलते ठंड के मौसम में भी सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं। शहर के थोक सब्जी मार्केट श्यामतराई कृषि उपज मंडी में धमतरी शहर की सब्जी बाड़ियों के अलावा आसपास के गांव करेठा, कोलियारी, कलारतराई, खरेंगा सहित अन्य गांव से सब्जियों की आवक होती है। इसके अलावा दुर्ग, रायपुर, कांकेर से भी यहां बड़े पैमाने पर सब्जियों की आवक होती है। सब्जियों की बोली लगने के बाद इसे चिल्हर सब्जी विक्रेता बेचने के लिए ले जाते हैं। धमतरी के प्रमुख सब्जी मार्केट रामबाग सब्जी मार्केट, गोल बाजार सब्जी, सिहावा मार्केट और इतवारी बाजार सब्जी मार्केट शामिल है। इन दिनों इन स्थानों पर सब्जियों की कीमत में वृद्धि देखी जा रही है। सब्जियों के दाम में 30 से 40 प्रतिशत तक वृद्धि हो गई है।

सब्जी व्यवसायी संतोष सोनकर ने बताया कि आवक कम होने से रेट बढ़े हुए हैं। आवक कम होने का सीधा असर सब्जियों के रेट पर पड़ता है। आवक बढ़ने पर सब्जियों के लिए रेट में अपने आप कम हो जाती है। सोमवार को शहर के इतवारी बाजार में शिमला मिर्च 100 रुपये से 120 रुपये प्रति किलो, ढेंस 120 रुपये प्रति किलो, बरबटटी 40 रुपये प्रति किलो, पालक 40 रुपये प्रति किलो, करेला 40 रुपये प्रति किलो, पत्ता गोभी 30 रुपये प्रति किलो, फूल गोभी 40 रुपये से 50 रुपये प्रति किलो, मुनगा 60 रुपये से 70 रुपये प्रति किलो, प्याज भाजी 40 रुपये प्रति किलो, गाजर 40 रुपये प्रति किलो, भिंडी 40 रुपये प्रति किलो के भाव से बिका इसी तरह से अन्य सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली।

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