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अगले वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा बै"क 4-5 अप्रैल को

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:21 March 2018 5:49 PM GMT
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मुंबई, (भाषा)। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिता एमपीसा की अगले वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बै"क4 और5 अप्रैल को होगी। खुदरामुद्रास्फीति दर में गिरावट के मद्देनजर इस बै"क में एमपीसी नीतिगत दरों में बदलाव पर फैसला ले सकती है।
रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति को चार प्रतिशतः दो प्रतिशत ऊपर या नीचेः पर रखने का लक्ष्य दिया गया है। पिछली तीन द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बै"कों में केंद्रीय बैंक ने रेपो दर को छह प्रतिशत पर कायम रखा है।
केंद्रीय बैंक ने आज2018-19 के लिए मौद्रिक समीक्षा बै"कों का कैलेंडर जारी किया।
वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा बै"क4 और5 अप्रैल को होगी। वहीं अंतिम बै"क5 और6 फरवरी को होगी। पहली बै"क के नतीजे5 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे।
उद्योग चाहता है कि औद्योगिक उत्पादन को रफ्तार देने के लिए केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती करे।
रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई वाली एमपीसी के अन्य सदस्यों में डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य, कार्यकारी निदेशक देवव्रत पात्रा शामिल हैं। समिति के बाहरी सदस्यों में चेतन घाटे, पमी दुआ और रविंद्र ढोलकिया शामिल हैं।

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