नोटबंदी का त्र्खर्च पर सीधा असर स्त्र् : फिच
नई दिल्ली, (भाषा)। गत वर्ष नवंबर में 500 और।,000 रुपये के पुराने नोट बंद किए जाने का त्र्खर्च पर प्रत्यक्ष प्रभाव स्त्र् पड़ा जिसकी वजह से जनवरी-मार्च तिमाही की वृद्धि धीमी पड़ी। फिच रेटिंग्स ने चेतावनी देते हुए कहा कि मौजूदा निवेश में कमी का असर वृद्धि के आंकड़ों पर पड़ेगा। अपनी नवीनतक वैश्व्कि आथ&िक परिदृश्य रपट में फिच ने कहा कि भारतीय जीडीपी ःसकल घरेलू उत्पादः में 2017 की पहली तिमाही में त्र्महत्वपूर्ण स्त्र् गिरावट देखी गई और यह 6.1 प्रतिशत रहा जबकि अक्तूबर-दिसंबर की तिमाही में यह आंकड़ा सात प्रतिशत था। यह वित्त वर्ष 2013-14 के बाद की चौथी तिमाही के बाद सबसे कम वृद्धि है। रपट के अनुसार घरेलू मांग में कमी देखी गई है क्योंकि नवंबर में सरकार ने मुद्रा का 86 प्रतिशत वापस ले लिया था जिसका प्रत्यक्ष प्रभाव खर्च पर दिखा। फिच ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी का प्रभाव त्र्काफी परेशान स्त्र् करने वाला है। यह आंशिक तौर पर अर्थव्यवस्था के बड़े असंग"ित हिस्से के व्यय करने की चुनौतियों को प्रतिबिंबित करता है। उपभोग की वृद्धि दर भी 2016-17 की चौथी तिमाही में गिरकर 7.3 प्रतिशत रही जो 2015-16 की समान अवधि में 11.3 प्रतिशत थी।