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हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक को सरकार पंजाब सहकारिता बैंक में करेगी विलय

👤 mukesh | Updated on:22 Feb 2020 11:44 AM GMT

हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक को सरकार पंजाब सहकारिता बैंक में करेगी विलय

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चंडीगढ़। पंजाब के हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक ने 90 करोड़ रुपये से अधिक की राशि बड़े-बड़े प्रभावशाली लोगों को बिना किसी गारंटी के दे रखी है। कई राजनीतिज्ञों ने इस बैंक के माध्यम से फ्रॉड किया है। तीन सौ करोड़ के टर्न-ओवर वाली हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक के रिवाइवल और घोटाले का मामला पंजाब विधानसभा में भी गूंजा है। इसके बाद पंजाब सरकार फ्रॉड करने वाले नेताओं को पकड़ने के लिए सक्रिय होती नजर आ रही है। साथ ही हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक को सरकार पंजाब सहकारिता बैंक में विलय करने का विचार भी कर रही है।

पंजाब के सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पंजाब विधानसभा में बताया कि हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशा-निर्देशों वाला बैंक है। सरकार इस बैंक को फिर से पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है। हमारी सरकार इस बैंक को पंजाब सहकारिता बैंक में शामिल करने पर विचार कर रही है।

हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक पंजाब के पठानकोट में है। इस बैंक में क्षेत्र के छोटे- छोटे व्यापारियों, मजदूरों आदि ने खाते खुलवा रखे हैं। खाता धारकों में उनकी संख्या अधिक है, जिन्होंने अपने परिवार के भरण-पोषण, बच्चों के शादी-ब्याह आदि के लिए जीवन भर की जमा-पूंजी दो-दो तीन-तीन लाख रुपये जोड़कर रखी हुई थी। करीब एक साल पहले इस बैंक में घोटाला हुआ। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक में हुए इस घोटाले को करीब 100 करोड़ का बताया था।

हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक के एमडी पर मुकदमा दर्ज हो चुका है और हाई कोर्ट से उसकी जमानत याचिका भी रद्द हो चुकी है। एमडी जम्मू- कश्मीर में रहता है। कई बार पंजाब पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए वहां गई लेकिन हाथ नहीं लगा। एमडी पर आरोप है कि उसने कई प्रभावशाली लोगों को पांच करोड़ से लेकर 22 करोड़ रुपये तक का कर्ज बिना किसी गारंटी के दिए थे। कर्ज दी गई रकम 90 करोड़ रुपये से अधिक है। बैंक की दो ब्रांच अब तक बंद हो चुकी है और बैंक के कुछ लोग जेल पहुंच चुके हैं।

हिन्दू कोऑपरेटिव बैंक की प्रबंधकीय कमेटी ने बैंक के संचालन के लिए 170 लोगों की टीम बनाई थी, जो जरूरत से अधिक थी। पंजाब विधानसभी में विधायक अमित विज ने मामले को उठाते हुए मांग की है कि यह वित्तीय फ्रॉड है, इसलिए इसकी जांच फॉरेंसिक विभाग से होनी चाहिए। सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जिन लोगों से कर्ज वसूली करनी है, पंजाब सरकार उनसे अपना पूरा जोर लगाएगी। हालांकि उन्होंने इस बात का आश्वासन नहीं दिया कि जिन लोगों ने अपनी जमा-पूंजी बैंक में जमा कर रखी है, क्या उनका पैसा सुरक्षित रहेगा?

उल्लेखनीय है कि बैंक का मामला रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में चल रहा है और पंजाब सरकार को आगामी 25 मार्च को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में अपना जवाब पेश करना है। सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि ऋण लेने वाले से एक-एक पैसा वसूला जाएगा। (एजेंसी हिस.)

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