पूर्वी निगम ने थोक अपशिष्ट उत्पन्न करने वालो के लिए कार्यशाला का आयोजन किया
हमारे संवाददाता
नई दिल्ली । पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने आज थोक अपशिष्ट उत्पादकों (संगठन व निकायों जो प्रति दिन 100 किलो से अधिक कचरे का उत्पादन करती हैं) को कूड़ा प्रबंधन के प्रति सजग करने के लिए आधे दिन की कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का आयोजन पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय पटपरगंज औद्योगिक क्षेत्र में किया गया था। मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह और निगम के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यशाला में उपस्थित थे।
इस कार्यशाला के दौरान, 250 से अधिक थोक अपशिष्ट उत्पादकों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में सजग किया गया था और ठोस कूड़ा प्रबंधन के लिए किए जाने वाले उपयोगिता शुल्क के भुगतान प्रति भी अवगत गया । इसके अलावा, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन उप-कानूनों के तहत दंड प्रावधान / जुर्माना पर भी इस कार्यशाला में चर्चा की गई। इस कार्यशाला के दौरान थोक अपशिष्ट उत्पादकों ने निगम अधिकारियों से ठोस कूड़ा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण देने का अनुरोध किया, जिसके लिए निगम अधिकारी अपना समर्थन देने के लिए सहमत हुए। कुछ प्रतिभागियों ने कहा कि परिसर के भीतर अपशिष्ट प्रसंस्करण (एमएसडब्ल्यूएम नियम, 2016 के अनुसार) कार्यान्वयन जगह की कमी के कारण संभव नहीं हैं और निगम से अन्य समाधान प्रदान करने का अनुरोध किया । थोक अपशिष्ट उत्पादकों को कूड़ा प्रबंधन के प्रति सजग करने के लिए कार्यशाला में निगम की 9 सूचीबद्ध एजेंसियों में से 4 ने भी भाग लिया था।
इनमें एसआर मैप टेक्नोलॉजीज, इंडियन रीसाइक्लिंग नेटवर्क, राष्ट्रव्यापी अपशिष्ट प्रबंधन सेवाएं, और स्मार्ट एनविरो सिस्टम शामिल थे। चिंतन और गारबेज क्लिनिक (एनजीओ), कचरे प्रसंस्करण मशीने बनाने वाली संस्थान , जैसे मैसर्स अल्फा थर्म लिमिटेड ने भी कार्यशाला में भाग लिया था।
प्रतिभागियों ने थोक अपशिष्ट उत्पादकों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए निगम के प्रयासों की सराहना की और भविष्य में इस तरह के कार्यशालाओं को आयोजन करने का अनुरोध किया।