दिल्ली की बिजली कंपनियों ने अप्रैल-जून में बाहर के ग्राहकों को 61.55 करोड़ यूनिट बिजली बेची
हमारे संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली की बिजली वितरण कंपनियों ने अप्रैल-जून की अवधि में राजधानी से बाहर के ग्राहकों को 61.55 करोड़ यूनिट बिजली की बिक्री की।
हालांकि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने आरोप लगाया था कि दिल्ली में गर्मियों में अधिक मांग के समय बिजली का संकट रहा क्योंकि बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दिल्ली की बिजली वितरण कंपनियों ने जून में 29.62 करोड़ यूनिट बिजली की बिक्री बाहर के ग्राहकों को की जबकि मई में यह आंकड़ा 23.35 करोड़ यूनिट था। यह 26.8ञ् की वृद्धि है।
इसमें जून में बीएसईएस यमुना पावर ने 14.41 करोड़, बीएसईएस राजधानी ने 42.9 लाख और टाटा पावर ने 10.63 करोड़ यूनिट बिजली की बिक्री की। मई में यह आंकड़ा क्रमशः 13 करोड़, 1.65 करोड़ और 6.40 करोड़ यूनिट था।
इस बारे में बीएसईएस के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारत में बिजली के कारोबार की प्रकृति ऐसी है कि बिजली का प्रबंध सबसे अधिक मांग वाले समय को देखकर किया जाता है। सुबह के समय जब बिजली की औसत खपत कम होती है तो उस समय अतिरिक्त बिजली को बेचना पड़ता है। यह ग्रिड को सुचारू बनाए रखने के लिए भी जरूरी है। इससे ग्राहकों के लिए बिजली की दरें कम रखने में भी मदद मिलती है।