अजीबोगरीब धमकी
गत सप्ताह दो घटनाएं हुईं। पहली तो अगस्ता वेस्टलैंड के बिचौलिये का सीबीआई यूएई से प्रत्यर्पण करने में सफल रही और दूसरा पांच राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल आए। बिचौलिये के प्रत्यर्पण से कांग्रेस बौखला गई तो एग्जिट पोल में उत्साहजनक परिणामों से बल्लियां उछलने लगीं। उत्साहजनक परिणाम से खुश होना सभी राजनीतिक दलों के लिए स्वाभाविक है किन्तु इसका मतलब यह नहीं कि अनावश्यक बकवास की जाए।
दरअसल जब प्रवर्तन निदेशालय ने कुछ हथियार डीलरों के आवास एवं कार्यालय पर छापे मारकर महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद करने का दावा किया तो कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने ईडी अधिकारियों को धमकी देते हुए कहा कि मौसम बदल रहा है यानि अब कांग्रेस की सरकार बनने वाली है इसलिए वह प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर कांग्रेस से जुड़े नेताओं और दलालों के आवासों एवं कार्यालयों पर छापे न मारें।
आश्चर्य की बात है कि अभी जब राज्य विधानसभा के एग्जिट पोल आने पर कांग्रेस की यह अकड़ है तो जब केंद्र में उसकी सरकार बन जाएगी तो फिर वह भ्रष्टाचार को मौलिक अधिकार घोषित कर देगी। यह वही कपिल सिब्बल हैं जिन्होंने 2जी और कोल ब्लॉक घोटालों के लिए कैग रिपोर्ट को झूठी तो बताया ही था, तत्कालीन जांच एजेंसियों को भी भ्रमित करने की कोशिश की थी।
बेतुके तर्प और जांच एजेंसियों को अजीबोगरीब धमकी देना निहायत ही निन्दनीय है। कांग्रेस नेतृत्व को चाहिए कि ऐसे वकील नेताओं से खुद को दूर करें जो अपनी धाक जमाने के लिए पार्टी की छवि को दांव पर लगाने के लिए अनावश्यक बयानबाजी करते हैं। चुनाव होते हैं, सरकारें आती-जाती रहती हैं, भ्रष्टाचार की जांच और कोर्ट-कचहरी की कार्यवाहियां चलती रहती हैं। धमकी से लोकतांत्रिक संस्थाओं को उनका दायित्व निभाने से नहीं रोका जाना चाहिए।
मान लीजिए कि कांग्रेस की सरकार सभी पांच राज्यों में आ रही है फिर मई में केंद्र में आ जाए और प्रधानमंत्री भी कांग्रेस का ही कोई बन जाए तो क्या कांग्रेस अगस्ता वेस्टलैंड के सौदे में मिली दलाली की रकम पाने वालों के खिलाफ कार्रवाई रोक देगी? कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दिल्ली और हरियाणा में चल रही अदालती कार्यवाहियों पर रोक लगा देगी? सत्ता में आने की आहट यदि कपिल सिब्बल को है तो उन्हें और विनम्र होने की जरूरत है अन्यथा जो आरोप आज कांग्रेस से जुड़े लोगों पर लग रहे हैं वह ही गले पड़ जाएंगे और जनता में ऐसी धारणाएं बनेंगी कि जड़कटे कांग्रेसी नेता अनुमान भी नहीं लगा पाएंगे।