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हार से ध्यान भटकाने के लिए बदले की कार्रवाई?

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:11 Dec 2018 7:55 PM GMT
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कांग्रेस नेतृत्व की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। नेशनल हेराल्ड का केस पहले से ही चल रहा है, रही-सही कसर इस मामले में आयकर जांच की कार्रवाई रोकने की सुप्रीम कोर्ट द्वारा अस्वीकृति से पूरी हो गई। इसके साथ ही सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर छापे पड़ने शुरू हो गए। सो एक तरह सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा सभी मुश्किल में आ गए। नेशनल हेराल्ड केस में आयकर की जांच जारी रखना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी के लिए बहुत बड़ा धक्का है। न्यायालय ने हालांकि कहा है कि मामला लंबित होने तक आयकर विभाग कोई कार्रवाई नहीं करेगा किन्तु वह 2011-12 के कर निर्धारण के मामलों को फिर से खोल सकता है। इसे रोकने के लिए ही सुप्रीम कोर्ट में इन्होंने दरवाजा खटखटाया था। बेशक न्यायालय के अगले आदेश के पहले आयकर विभाग कर निर्धारण से संबंधित आदेश पर अमल नहीं करेगा किन्तु वह शेष प्रक्रिया पूरी कर सकता है। न्यायालय ने सुनवाई के लिए अगली तारीख आठ जनवरी तय की है और उस दिन देखना होगा कि वह क्या फैसला देता है? नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी सहित दूसरे आरोपित यानि ऑस्कर फर्नांडीस, मोती लाल वोरा आदि को अदालत से अभी तक निराशा ही हाथ लगी है। न्यायालय ने उन्हें केवल जमानत दी है। राहुल और सोनिया को निचली अदालत ने 19 दिसम्बर 2015 को जमानत दी थी। भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी की याचिका पर नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई चल रही है। स्वामी ने वित्तमंत्री को भी कर चोरी के बारे में याचिका दी थी। इसमें सामान्य पूंजी से एक नई कंपनी बनाकर धोखाधड़ी एवं साजिश के तहत करोड़ों का गबन करने का आरोप है। आरोप है कि 50 लाख रुपए से नवम्बर 2010 में यंग इंडिया का सृजन किया गया था और उसने नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाले एसोसिएटिड जर्नल्स के लगभग सारे शेयर अवैध तरीके से ले लिए। आयकर विभाग का कहना था कि यंग इंडिया में राहुल गांधी के जो शेयर हैं, उसमें उन्हें पहले कर निर्धारण के अनुसार 154 करोड़ रुपए की आमदनी होगी। आयकर विभाग पहले ही यंग इंडिया को वर्ष 2011-12 के लिए 249 करोड़ रुपए की मांग का नोटिस जारी कर चुका है। जहां तक रॉबर्ट वाड्रा पर छापों का सवाल है, कांग्रेस पार्टी खुलकर उनके बचाव में आ गई है। पार्टी ने रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों से जुड़े तीन लोगों के परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को कांग्रेस ने बदले की कार्रवाई करार दिया है। रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लिए जाने की जांच के संबंध में पार्टी ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार तय देखकर केंद्र की राजग सरकार लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बदले की कार्रवाई कर रही है।

-अनिल नरेन्द्र

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