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फिर बेनकाब हुआ पाकिस्तान अपने दोहरे रवैये से

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:12 March 2019 6:51 PM GMT
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विंग कमांडर अभिनंदन को वापस भेज शांति की दुहाई देने वाले पाकिस्तान का एक बार फिर दोहरा रवैया उजागर हो गया है। एक ओर तो अभिनंदन को वापस कर रहा है पाकिस्तान, दूसरी ओर लगातार सीमा पर गोलीबारी कर रहा है और झूठ पे झूठ बोले जा रहा है। एलओसी पर पाक सेना की ओर से निरंतर फायरिंग जारी है। लगभग युद्ध-सा माहौल बना हुआ है। हर रोज उनके और हमारे लोग मारे जा रहे हैं। पुलवामा हमले के आरोपी जैश-ए-मोहम्मद की निन्दा से बच रहा पाकिस्तान अब तो उलटा उसके बचाव में उतर आया है। पाकिस्तान के झूठे विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने एक साक्षातकार में कहा कि हमले में जैश की भूमिका को लेकर असमंजस की स्थिति है। पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश द्वारा लिए जाने के सवाल पर कुरैशी ने कहा कि जब जैश नेतृत्व से बात की गई तो जैश ने हमला करने से इंकार कर दिया। जब कुरैशी से यह पूछा गया कि जैश नेतृत्व से किसने बात की, किससे बात की तो उन्होंने कहा कि जैश को जानने वाले लोगों ने। बता दें कि पुलवामा हमले में जैश के शामिल होने के पुख्ता सबूत डोजियर पाक को दे दिए हैं। कुरैशी ने कहा कि हम इस डोजियर का अध्ययन कर रहे हैं। पाकिस्तान इतना बेशर्म हो चुका है कि वह अपने पायलट की मौत को भी कबूल नहीं कर रहा। भारत के बालाकोट में आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के अगले दिन पाकिस्तान ने एफ-16 के जरिये भारतीय सीमा का उल्लंघन किया था। इसके जवाब में भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने अपने मिग-21 विमान से इस एफ-16 को मार गिराया था। इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। पाक एफ-16 विमान का पायलट शहजाजुद्दीन भी पैराशूट से कूद गया था। हालांकि पाकिस्तान ने कहा कि उसके किसी एफ-16 विमान ने जवाबी कार्रवाई में हिस्सा नहीं लिया। मीडिया रिपोर्टों और शहजाजुद्दीन के करीबी लंदन में रहने वाले वकील उमर खालिद की फेसबुक पोस्ट के अनुसार पाक के जिस एफ-16 विमान को गिराने की बात कही गई, उसके पायलट शहजाजुद्दीन को पाकिस्तानियों की भीड़ ने ही भारतीय पायलट समझ कर मार डाला था। खा]िलद ने लिखा कि अभिनंदन ठीक-ठाक हालत में पीओके में उतर गए। शहजाजुद्दीन भी अन्य स्थान पर गिरे लेकिन उन्हें पाकिस्तानियों ने भारतीय पायलट समझ कर पीट-पीटकर मार डाला। यह अब किसी से छिपा नहीं कि पाकिस्तान इन आतंकी गुटों को न केवल पालता ही है बल्कि पूरी तरह संरक्षण देता है। आज तक जितने भी आतंकी उसने आईएसआई के इशारे पर भारत में तबाही मचाने के लिए भेजे और वह हमारी सुरक्षा फोर्सेज के हाथों मारे गए, उनकी लाशों को पाकिस्तान ने कभी भी नहीं कबूला है। अजमल कसाब को भी अपना नागरिक नहीं माना था। अब अगर जैश के पाकिस्तान में होने और पुलवामा हमले की पुष्टि करता है तो फंसता है। इसीलिए वह न तो अपने एफ-16 विमान की और न ही उसके पायलट शहजाजुद्दीन की किसी प्रकार से पुष्टि कर रहा है। हम जानते हैं कि पाक की कथनी और करनी में कितना अंतर है।

-अनिल नरेन्द्र

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