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भाजपा उम्मीदवार की गाड़ी में ईवीएम मशीन

👤 Veer Arjun | Updated on:4 April 2021 4:30 AM GMT

भाजपा उम्मीदवार की गाड़ी में ईवीएम मशीन

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-अनिल नरेन्द्र

असम के करीमगंज में एक भाजपा उम्मीदवार की कार से ईवीएम मिलने के बाद से वहां राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। गाड़ी में ईवीएम मिलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से हंगामा हो गया। मामले के तूल पकड़ने के बाद चुनाव आयोग ने इस मामले में चार लोगों को सस्पेंड करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। सूत्रों के हवाले से इस मामले पर चुनाव आयोग की ओर से सफाई भी आई है, जिसमें कहा गया है कि उसकी गाड़ी खराब हो गई थी, जिसके चलते निर्वाचन अधिकारियों ने दूसरी कार में लिफ्ट ली थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि वो गाड़ी पथरकंडी निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की है। चुनाव आयोग के सूत्रों के हवाले से एक समाचार एजेंसी ने बताया कि पिछली रात असम में पथरकंडी विधानसभा में एक कार में ईवीएम मशीन मिली जिस पर लोगों ने कहा कि यह कार चुनाव आयोग की नहीं है। दरअसल चुनाव आयोग की गाड़ी में खराबी आ गई थी और अधिकारियों ने वहां से गुजरने वाली एक कार में इसे रख दिया जो बाद में भाजपा उम्मीदवार की निकली।

सूत्रों के अनुसार ईवीएम ले जाने वाली कार पर हमला करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। आगे की जांच जारी है। भीड़ के हमले के दौरान ईवीएम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। ईवीएम प्रशासन के कब्जे में है। ईवीएम मैनेजमेंट पर सवाल उठाते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कियाöहर बार चुनाव के दौरान ईवीएम को निजी वाहनों में ले जाते हुए पकड़े जाने पर कई चीजें एक जैसी होती हैं, पहला गाड़ी आमतौर पर भाजपा उम्मीदवार या उनके सहयोगियों की होती हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने क्रोनोलॉजी समझाते हुए कहाöइस तरह के वीडियो को एक घटना के रूप में लिया जाता है और बाद में इसे खारिज कर दिया जाता है। इसके साथ ही भाजपा अपने मीडिया तंत्र का इस्तेमाल उन लोगों पर आरोप लगाने के लिए करती है, जिन्होंने ईवीएम को निजी गाड़ियों में ले जाने का वीडियो उजागर किया होता है।

उन्होंने कहा-तथ्य यह है कि इस तरह की कई घटनाओं की सूचना दी जा रही है और उनके बारे में कुछ भी नहीं किया जा रहा है। चुनाव आयोग को इन शिकायतों पर निर्णायक रूप से कार्रवाई शुरू करने और सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा ईवीएम पर पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। चुनाव आयोग ने गुरुवार शाम को भाजपा उम्मीदवार की पत्नी के वाहन में इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पाए जाने के बाद दक्षिणी असम के एक मतदान केंद्र पर दोबारा चुनाव कराने का आदेश दिया है। चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि पीठासीन अधिकारी और तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही रतबारी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत इंंदिरा एमवी मतदान केंद्र पर दोबारा मतदान करवाने के आदेश दिए हैं।

बयान में कहा गया, हालांकि ईवीएम की सील बरकरार पाई गई थी, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर इंदिरा एमवी मतदान केंद्र में दोबारा मतदान कराने का निर्णय लिया गया है। आयोग ने घटना के बारे में विशेष पर्यवेक्षक से रिपोर्ट मांगी है। बयान में कहा गया कि करीमगंज ईवीएम मशीन ले जा रहे अधिकारियों की कार खराब हो गई, जिसके बाद वह पास से गुजर रही एक निजी वाहन में बैठ गए, जहां 50 से अधिक लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। काउंसिल (करीमगंज जिले के अंतर्गत) में भीड़ ने आरोप लगाया कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा रही थी। निजी कार पड़ोसी पथरकंडी निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की पत्नी की थी। घटना की जानकारी मिलने के तुरन्त बाद जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) के साथ करीमगंज के जिला अधिकारी घटनास्थल पर रात 10ः20 बजे पहुंचे। पथराव के दौरान करीमगंज के एसपी मयंक कुमार को मामूली चोट लग गई और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोली चलानी पड़ी।

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