अमेरिका में खालिस्तानी समूह सक्रिय होते हुए
-अनिल नरेन्द्र
अमेरिका के एक शीर्ष थिंक टैंक ने कहा है कि पाकिस्तान समर्थित अलगाववादी खालिस्तानी समूह अमेरिका में धीरे-धीरे अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं। उसने यह भी कहा कि अमेरिकी सरकार इन संगठनों की भारत विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए नईं दिल्ली द्वारा की गईं अपीलों के प्राति उदासीन रही है। हडसन इंस्टीट्यूट ने मंगलवार को प्राकाशित अपनी रिपोर्ट पाकिस्तान का अस्थिरता का षड्यंत्र—अमेरिका में खालिस्तान की सक्रियता में पाकिस्तान द्वारा इन संगठनों को दिए जा रहे समर्थ की जांच करने के लिए अमेरिका के भीतर खालिस्तान और कश्मीरी अलगाववादी समूहों के आचरण को आंका है। रिपोर्ट में इन समूहों के भारत में उग्रावादी और आतंकवादी संगठनों के साथ संबंधों और दक्षिण एशिया में अमेरिकी विदेश नीति पर उनकी गतिविधियों के संभावित हानिकारक प्राभावों पर गौर किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि महत्वपूर्ण यह भी है कि अमेरिका के भीतर खालिस्तान से संबंधित भारत विरोधी सक्रियता हाल में बढ़ी है और वह भी तब जब अमेरिका और भारत चीन के बढ़ते प्राभाव खासकर हिन्द प्राशांत में उसका सामना करने के लिए सहयोग कर रहे हैं। अमेरिकी सरकार से भारत की चिंताओं को गंभीरता से लेने का आह्वान करती है। रिपोर्ट दर्शाती है कि पाकिस्तान स्थित इस्लामी आतंकवादी संगठनों की तरह खालिस्तानी संगठन नए नामों के साथ सामने आ सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जब तक अमेरिकी सरकार खालिस्तान से संबंधित उग्रावाद और आतंकवाद की निगरानी को प्राथमिकता नहीं देती, तब तक उन समूहों की पहचान होने की संभावना नहीं है जो वर्तमान में भारत के पंजाब में हिसा में लिप्त हैं या ऐसा करने की तैयारी कर रहे हैं।