शत्रुघ्न सिन्हा बनाम एसएस अहलूवालिया
— अनिल नरेन्द्र
पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट कभी माकपा का गढ़ हुआ करती थी। अब इस सीट पर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच वर्चस्व की लड़ाईं है। तृणमूल कांग्रेस ने अभिनेता से नेता बने शट गन सिन्हा यानि शत्रुघ्न सिन्हा को मैदान में उतारा है। वहीं उपचुनाव में सीट गंवाने वाली भाजपा ने जीत पक्की करने के लिए भाजपा के नेता एसएस अहलूवालिया को मैदान में उतारा है। दोनों दल दावा कर रहे हैं कि वे इस बार रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेंगे। एसएस अहलूवालिया 2014 के आम चुनाव में दार्जिलिग और 2019 के चुनाव में बर्दवान-दुर्गापुर सीट से चुनाव जीते थे।
हालांकि आसनसोल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत सात सीटें आती हैं। इनमें से पांडवेश्वर, रानीगंज, जमूरिया, आसनसोल उत्तर, बारबानी पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है। वहीं दो सीटें वुल्टी व आसनसोल दक्षिण पर भाजपा का कब्जा है। आसनसोल से चुनाव लड़ रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि जनता मुझे रिकार्ड मतों से संसद पहुंचाएगी। मेरी जीत का पिछला रिकार्ड भी इस बार टूट जाएगा। आसनसोल संसदीय क्षेत्र से लगातार पिछड़ रही तृणमूल की जीत का सपना शत्रुघ्न सिन्हा ने ही साकार किया है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने विजेता बनने के लिए काफी मेहनत की थी। हालांकि भाजपा ने यहां बाजी मार ली थी। सीट पर पहला चुनाव 1957 में हुआ था। 1957 और 1962 का चुनाव कांग्रेस ने 1967 में संयुक्त सोशलिस्ट पाटा ने जीता था। कांग्रेस चार जबकि सीपीआईंएम नौ बार जीती है। 1989 से 2009 तक लगातार सात बार सीपीआईंएम जीती। भाजपा के टिकट पर 2014 और 2019 का चुनाव बाबुल सुप्रिया जीते। सुप्रिया के भाजपा छोड़ने के बाद सीपीआईंएम के किले में तृणमूल ने 2022 के उपचुनाव में पहली बार सेंध लगाईं और शत्रुघ्न सीट से सांसद चुने गए। बाबुल सुप्रिया मार्च 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे।
2014 के आम चुनाव में भाजपा ने इन्हें आसनसोल से मैदान में उतारा और इन्होंने तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार डोला सेना को हरा दिया। वेंद्र सरकार में इन्होंने शहरी विकास और आवासन और शहरी कार्यं मंत्रालय और भारी उद्योग मंत्रालय संभालने की जिम्मेदारी भी निभाईं। 2019 की सरकार में इन्हें पर्यांवरण राज्य मंत्री बनाया गया। 31 जुलाईं 2021 को इन्होंने पाटा से इस्तीपे की घोषणा कर दी और 18 सितम्बर 2021 को अभिषेक बनजा के नेतृत्व में तृणमूल का दामन थाम लिया। 16 अप्रौल 2022 को बालीगंज विधानसभा सीट से विधायक बने और ममता सरकार ने इन्हें मंत्री बनाया। भाजपा ने भोजपुरी संगीतकार पवन सिह को मैदान में उतारा था लेकिन बाद में उन्होंने नाम वापस ले लिया था। आसनसोल क्षेत्र औद्योगिक इलाका है जिनमें मुख्य रूप से लोहा व कोयला आधारित उद्योग है। यह बंगाल का दूसरा बड़ा और अधिक संख्या वाला इलाका है। आसन एक वृक्ष की प्राजाति है जो 30 मीटर तक लंबा होता है। सोल जमीन को कहते हैं। इन्हीं दो शब्दों से इस सीट का नाम पड़ा है।