20 साल का सबसे शक्तिशाली तूफान अम्फान
-अनिल नरेन्द्र
यह हमारे देश में क्या हो रहा है? लगता है कि किसी का श्राप लग गया है। एक तरफ कोरोना की महामारी, दूसरी तरफ एक महीने में तीनतीन भूवंप रही-सही कसर बुधवार को आए भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान ने पूरी कर दी। पहले से ही देश जब कोविड-19 से जूझ रहा है, तब ओडिशा और पािमी बंगाल के समुद्रतटीय इलाके में सुपर साइक्लोन या महाचक्रवात अम्फान का आ धमकना मुश्किलों के बीच एक और आफत के आने जैसा है। 20 साल के सबसे शक्तिशाली तूफान अम्फान ने बड़ी तबाही मचाईं। पािम बंगाल के दीफा तट पर 20 वर्ष के सबसे शक्तिशाली तूफान ने बुधवार दोपहर दस्तक दी। सुपर साइक्लोनिक तूफान 190 किलोमीटर प्राति घंटा की रफ्तर से जमीन पर टकराया। इस दौरान ओडिशा में भी भारी बारिश हुईं और तेज आंधियां चलीं। इससे पािम बंगाल में 10 और ओडिशा में दो लोगों की मौत हो गईं।
उत्तर प्रादेश के गाजीपुर और आजमगढ़ में बुधवार शाम आईं चक्रवाती आंधी और तेज बारिश में दर्जनों पेड़ और बिजली के खंभे गिर पड़े। कईं स्थानों पर टिनशैड और छप्पर उड़ गए। मौसम में बदलाव से लोगों को गमा और उमस से बेशक थोड़ी राहत मिली पर इसके लिए भारी कीमत चुकानी पड़ी। बंगाल में 5000 से ज्यादा घर क्षतिग्रास्त हो गए। समुद्र में पांच मीटर तक ऊंची लहरें उठीं। लहरों का पानी तेज हवाओं की वजह से जमीन पर 13 किलोमीटर तक घुस गया। वैज्ञानिकों के मुताबिक पिछले दो दशकों में कईं कारणों से मौसम के अनियमित होने से तूफानों का सिलसिले बढ़ा है। यह अच्छी बात है कि हमने पुराने अनुभवों से सीखा है और हमारी तैयारी ऐसे तूफानों के लिए पूरी तरह तैयार थी। इसलिए नुकसान भी कम हुआ। सारी दुनिया का जो मौसम बदल रहा है बहरहाल वह सभी के लिए चिन्ता का विषय है।