परमाणु बम धमाके में बेरूत तबाह
-अनिल नरेन्द्र
लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को परमाणु बम जैसी तीव्रता वाला धमाका हुआ, जिसकी आवाज इतनी तेज थी कि उसे 125 मील दूर साइप्रास तक सुनी गईं। राजधानी के पूवा तट के पास हुआ यह धमाका इतना जबरदस्त था कि 10 किलोमीटर इलाके के घर व इमारतें पूरी तरह तबाह हो गईं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक 100 से अधिक लोगों की तो मौत हो गईं और 4000 से अधिक लोग घायल हैं। दोनों की संख्या बढ़ सकती है। बंदरगाह से अब भी धुआं निकल रहा है। क्षतिग्रास्त वाहनों तथा इमारतों का मलबा सड़क पर पैला हुआ है। अस्पतालों के बाहर लोग अपने परिवार वालों के बारे में जानने के लिए जमा हो रहे हैं। जर्मनी के जियोसाइंस वेंद्र जीएफजेड के अनुसार विस्फोट से 3.5 की तीव्रता का भूवंप भी आया। विस्फोट इतना भीषण था कि सारे शहर में लगा कि कोईं परमाणु हमला हो गया है।
कोरोना वायरस और आर्थिक संकट से जूझ रहे लेबनान में विस्फोट के बाद एक नया संकट आ गया है। लेबनान के गृहमंत्री ने कहा कि ऐसा प्रातीत होता है कि बंदरगाह में बड़ी मात्रा में रखे अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट से यह हादसा हुआ। देश के गृहमंत्री मोहम्मद फहमी ने एक स्थानीय टीवी स्टेशन से कहा कि ऐसा प्रातीत होता है कि बंदरगाह में पड़े 2700 टन अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट से यह हादसा हुआ। लेबनान के प्राधानमंत्री हसन दीब ने संकल्प किया कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी। वहीं इजरायल सरकार के एक अधिकारी ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर कहा कि इजरायल का विस्फोट के साथ कोईं लेना-देना नहीं है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह विस्फोट एक हमला हो सकता है। ट्रंप ने कहा—मैंने वुछ जनरलों से मुलाकात की और उनका मानना है कि यह किसी विनिर्माण गतिविधि के कारण हुआ विस्फोट नहीं था.. उन्हें लगता है कि यह एक हमला था। कोईं बम था।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बेरूत के लोगों के प्राति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि अमेरिका स्थिति पर करीबी नजर बनाए है। लेबनान को एक समय में पेरिस ऑफ द ईंस्ट कहा जाता था। यहां सोने का कारोबार दुनिया में सबसे बड़े सेंटरों में से एक था। यह इतना खूबसूरत था कि लोग लेबनान और बेरूत खास जाना चाहते थे पर आपसी लड़ाईं के कारण और पड़ोसी देशों की दखलंदाजी के चलते आज पूरा देश तबाह हो गया है। इस विस्फोट की तस्वीरें देखकर पता चलता है कि कितनी तबाही हुईं है। हजारों लोगों को नए सिरे से जिदगी फिर से शुरू करनी होगी। प्राधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संदेश भेजकर अपनी संवेदनाएं प्राकट की हैं।