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आस्था : पीओके जाकर लाए पवित्र मिट्टी

👤 Veer Arjun | Updated on:9 Aug 2020 7:26 AM GMT

आस्था : पीओके जाकर लाए पवित्र मिट्टी

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-अनिल नरेन्द्र

राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के भूमि पूजन में एक हजार पवित्र जगहों से मिट्टी लाईं गईं। इन्हीं में से एक जगह पाकिस्तान अधिवृत कश्मीर (पीओके) स्थित शारदा पीठ है। यहां से पवित्र मिट्टी लाए जाने की कहानी भी रोचक है। पीओके में भारतीय नागरिकों को जाने की अनुमति नहीं है।

इसलिए चीन के पासपोर्ट पर भारतवंशी दम्पति से हांगकांग के रास्ते इसे मंगवाया गया। कर्नाटक के वेंक्टेशन रमन और उनकी पत्नी चीन में रहते हैं। सेवा शारदा पीठ ने उनसे सम्पर्व किया। पीओके में भारतीयों के जाने पर पाबंदी के चलते वेंक्टेशन रमन और उनकी पत्नी को चीन के पासपोर्ट पर पीओके भेजा गया। यह दम्पति हांगकांग से पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद गए। वहां से शारदा पीठ गए और वहां का प्रासाद व मिट्टी लेकर हांगकांग के रास्ते होते हुए दिल्ली आ गए। यहां दम्पति ने सेवा शारदा पीठ के सदस्य अंजना शर्मा को मिट्टी और प्रासाद सौंपे। शर्मा ने बताया कि वह शारदा पीठ के मुख्य पुजारी रविन्द्र पंडित के निर्देश पर अयोध्या गए। शर्मा अपने साथ कर्नाटक के अंजना पर्वत का भी जल लाए। अंजना पर्वत को हनुमान जी का जन्म स्थान माना जाता है। उन्होंने बताया कि गोकर्ण से भी पवित्र जल भूमि पूजन के लिए लाया गया है।

श्रीलंका और नेपाल से भी पवित्र मिट्टी और जल लाकर यहां इस्तेमाल किया गया। शारदा पीठ पाक अधिवृत कश्मीर में स्थित है। यह पीठ कश्मीरी पंडितों के लिए तीन प्रासिद्ध पवित्र स्थलों में से एक है। यह नीलम नदी के किनारे पर है। यह भारत के उरी से करीब 70 किलोमीटर दूर है। जय श्रीराम।

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