चाहे लाख मुकदमे दर्ज करवा दें, मेरी आवाज दबा नहीं सकते
-अनिल नरेन्द्र
आम आदमी पाटा (आप) के नेता और राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश पार्टी इकाईं के प्रभारी संजय सिह के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने हजरतगंज पुलिस थाने में दर्ज मामले में राजद्रोह की धारा जोड़ी है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संजय सिह के खिलाफ दो सितम्बर को एक सव्रेक्षण कराए जाने के मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 501ए और 120बी के अलावा आईंटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया था। अधिकारी ने बताया कि सिह को लखनऊ पुलिस ने गुरुवार को एक नोटिस भेजा है जिसमें अन्य धाराओं के अलावा राजद्रोह की धारा 124ए को भी शामिल किया गया है। यह नोटिस संजय सिह के दिल्ली वाले आवास के नॉर्थ एवेन्यू के पते पर भेजा गया है।
हजरतगंज पुलिस थाने के जांच अधिकारी एके सिह की ओर से संजय सिह को यह नोटिस भेजा गया था जिसमें उनसे 20 सितम्बर को सुबह 11 बजे पेश होने को कहा गया था। नोटिस में कहा गया था कि तय समय पर पेश नहीं होने पर दंडात्मक कार्रवाईं की जाएगी। पुलिस प्रावक्ता ने बताया कि संजय सिह के अलावा एक निजी वंपनी के तीन निदेशकों के खिलाफ भी राजद्रोह और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इस सव्रेक्षण में कहा गया था कि योगी आदित्यनाथ सरकार एक विशेष जाति के लिए कार्यं कर रही है। इस सव्रेक्षण के बाद संजय सिह के खिलाफ प्रादेश के विभिन्न जिलों में कम से कम 13 मामले दर्ज कराए गए थे। उधर संजय सिह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि उन पर देशद्रोह का मुकदमा दायर कर दिया गया है। संजय सिह ने राज्यसभा में कहा—हो सकता है कि चार दिन बाद मैं जेल में दिखूं। राजद्रोह का मुकदमा दायर कर दिया गया है।
सिह ने कहा—क्या इस सदन में बैठने वाला सदस्य देशद्रोही है, मैं इस सरकार से पूछना चाहता हूं? अगर हम देशद्रोही हैं तो जेल में डाल दिया जाए। संजय सिह ने कहा है कि मैं लखनऊ पहुंचकर गिरफ्तारी दूंगा। चाहे लाख मुकदमे दर्ज करवा दें लेकिन अपराध के खिलाफ मेरी आवाज को दबा नहीं सकती। राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि वह कह रहे हैं कि मैं देशद्रोही हूं। पिछले तीन महीने में लगभग 13 मुकदमे प्रादेश सरकार ने मुझ पर लगाए हैं। आज तक किसी माफिया के खिलाफ ऐसी कार्रवाईं नहीं हुईं। इसलिए मैंने राज्यसभा के सभापति से आग्राह किया कि यदि मैं देशद्रोही हूं तो मुझे जेल में डाल दिया जाए। संजय सिह ने कहा कि पहले मेरे उपर आईंटी एक्ट में अज्ञात में मुकदमा लिखा गया लेकिन जब मैंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना किट में किए गए घोटाले को उजागर किया तो इसमें देशद्रोह की धारा बढ़ाकर नोटिस भेज दिया।