व्हाट्सएप को पीछे छोड़ा सिग्नल ने
लोकप्रिय मैनेजिग सर्विस व्हाट्सएप की नईं निजता नीति उसे भारी पड़ने लगी है। निजी डाटा में सेंधमारी से नाराज यूजर नए विकल्पों की तलाश में जुट गए हैं। सबसे ज्यादा फायदा टेलीग्राम व सिग्नल एप को मिल रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भारत में ही सिर्प पांच दिन में 40 लाख लोगों ने सिग्नल और टेलीग्राम डाउनलोड कर लिया है। भारत में सिग्नल काफी तेजी से लोकप्रिय हुआ है।
नए साल में ही सिग्नल डाउनलोड करने वालों की संख्या में 100 गुना बढ़ोत्तरी हुईं है यानि 9483 प्रातिशत की जबरदस्त वृद्धि। टेलीग्राम को भी 15 प्रातिशत ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। इतना ही नहीं, व्हाट्सएप को तगड़ा झटका लगा है, उसे डाउनलोड करने वालों की संख्या 35 प्रातिशत घटी है। 72 घंटों में ढाईं करोड़ लोग टेलीग्राम से जुड़े हैं तो वहीं सिग्नल भी रोजाना करीब 10 लाख लोग डाउनलोड कर रहे हैं। यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। व्हाट्सएप के विकल्पों की तलाश दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही है। टेलीग्राम की मंगलवार शाम तक उपभोक्ताओं की संख्या 50 करोड़ के पार हो गईं।
इसके संस्थापक पावेल डूरोव के अनुसार सबसे ज्यादा 38 प्रातिशत उपभोक्ता एशिया में बढ़े। इसके बाद 27 प्रातिशत यूरोप, 21 प्रातिशत लातिनी अमेरिका और आठ प्रातिशत वृद्धि अरब देशों व उत्तरी अमेरिका में हुईं। खास बात है कि व्हाट्सएप से काफी पहले से टेलीग्राम एंड टू एंड एंक्रिप्शन देता आया है। एप स्टोर पर इसकी रेटिंग 4.5 स्टार और व्हाट्सएप की रेटिंग 4.2 स्टार है। प्राइवेसी संदेश के साथ व्हाट्सएप की खिंचाईं को अपने लिए अवसर बनाते हुए सिग्नल ने 11 जनवरी को नया अपडेट जारी किया। इसमें व्हाट्सएप को टक्कर देने के लिए ग्राुप कॉलिंग लांच की। एप को नि:शुल्क, एंड टू एंड एनक्रिप्टेड और पूरी तरह सुरक्षित बताया गया, वहीं ग्राुप एडमिन, एट-मेंशन, ग्राुप लिंग जैसे फीचर भी जोड़े गए। एप विवरण में बताया कि एप मुनापे कमाने के लिए नहीं बना, इसलिए विज्ञापन, उपयोगकर्ता की ट्रैकिग और बाकी हास्यास्पद चीजें नहीं होंगी। दावा किया कि निजता वैकल्पिक नहीं है। यह सभी को मिलनी चाहिए। व्हाट्सएप ने यूजर्स को दी सूचना में निजता को ऑप्शनल बताया था।