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प्राधानमंत्री का रिमोट कंट्रोल कुछ पूंजीपतियों के पास है

👤 Veer Arjun | Updated on:20 Jan 2021 8:49 AM GMT

प्राधानमंत्री का रिमोट कंट्रोल कुछ पूंजीपतियों के पास है

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-अनिल नरेन्द्र

कृषि कानूनों और वेंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रोस ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को जब किसान नेताओं और सरकार के बीच नौवें दौर की बातचीत चल रही थी (जो पेल रही) उस दौरान कांग्रोस ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर बड़ा हमला बोला। प्रदेश कांग्रोस की अगुवाईं में दिल्ली के उपराज्यपाल के निवास के बाहर प्रादर्शन कर रहे कांग्रोस कार्यंकर्ताओं की आवाज को बुलंद करने राहुल गांधी और प्र‍ियंका गांधी वाड्रा पहुंचे। लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कानून रद्द होंगे, नरेंद्र मोदी जी को समझ जाना चाहिए कि किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। यह हिन्दुस्तान है, पीछे नहीं हटता है। प्राधानमंत्री को आज नहीं तो कल पीछे हटना पड़ेगा। अगर समझदार होते तो आज यह कर देते। कांग्रोस के कार्यंकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि वेंद्र सरकार को इन तीनों कानूनों को देर-सवेर वापस लेना ही पड़ेगा।

भाजपा और उसकी कोर टीम ने वेंद्रीय वृषि मंत्री कानूनों को लाकर एक बार फिर किसानों के अधिकारों का हनन किया है। वेंद्र सरकार ने इन कानूनों की मदद करने के लिए नहीं, बल्कि किसानों को खत्म करने के लिए बनाया है। राहुल ने प्राधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वह किसानों की इज्जत नहीं करते और बार-बार बातचीत करके सिर्प किसानों को थकाना चाहते हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि नरेंद्र मोदी देश के प्राधानमंत्री जरूर हैं, लेकिन उनका रिमोट वंट्रोल वुछ पूंजीपतियों (अंबानी- अडानी) के पास है। राहुल गांधी और कांग्रोस महासचिव प््िरायंका गांधी वाड्रा ने शुव््रावार को जंतर-मंतर पहुंचकर पंजाब से पाटा के उन सांसदों के साथ एकजुटता प्राकट की जो पिछले करीब 50 दिनों से ज्यादा वृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे हैं। पंजाब से संबंध रखने वाले कांग्रोस के लोकसभा सदस्य जसबीर गिल, गुरजीत औजला, रवनीत सिह बिट्टू और वुछ अन्य नेता वृषि कानूनों के खिलाफ खुले आसमान के नीचे धरने पर बैठे हैं। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा—मोदी जी ने भूमि अधिग्राहण कानून को रद्द करने की कोशिश की थी, हमने उसे रोका। अब यह नया कदम तीन कानूनों के तौर पर उठाया गया है। यह तीनों कानूनों को भी हमने रोकने की पूरी कोशिश की थी पर हमें बुलडोज कर दिया गया और इन्हें जबरन पास करा लिया गया। उन्होंने कहा—देश को आजादी 1947 में मिली, लेकिन इस आजादी को किसान ने कायम रखा, जिस दिन खादृा सुरक्षा खत्म होगी उस दिन आजादी भी चली जाएगी।

कांग्रोस नेता ने दावा किया कि एक तरफ हिन्दुस्तान है और दूसरी तरफ मोदी जी के वुछ पूंजीपति मित्र हैं। देश के बहुत सारे लोगों को यह बात समझ नहीं आ रही है कि आज किसान का हक छीना तो अगला नम्बर मध्यम वर्ग का होगा और फिर दूसरे लोग भी होंगे।

सच्चाईं यह है कि मोदी जी और उनके दो-तीन उदृाोगपति मित्र आप से सब छीन रहे हैं। यह ही वुछ उदृाोगपति सब वुछ चला रहे हैं। राहुल ने कहा—मोदी जी किसानों की बुनियादी इज्जत नहीं करते हैं। एक किसान मरे, चाहे 100 मरें, नरेंद्र मोदी को कोईं फर्व नहीं पड़ने वाला है। मोदी समझते हैं कि किसान कितने दिन तक टिके रहेंगे? थक जाएंगे और भाग जाएंगे पर किसान भागने वाला नहीं है न ही थकने वाला है।

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