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कमला देवी हैरिस

👤 Veer Arjun | Updated on:24 Jan 2021 9:14 AM GMT

कमला देवी हैरिस

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-अनिल नरेन्द्र

अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनकर इतिहास रचने वाली कमला देवी हैरिस ने कहा कि उनकी मां ने लगातार उन पर अपना भरोसा बनाए रखा और उनके इस भरोसे ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। उन्होंने अपनी मां को इस बात का श्रेय दिया है कि उन्होंने हमेशा अपनी बेटियों को यह बात याद दिलाईं कि भले ही हम यहां आकर अपने सपने साकार करने वाले हो सकते हैं, लेकिन हम आखिरी नहीं होंगे। हैरिस ने अपनी दिवंगत मां श्यामला गोपालन को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने पूरे वैरियर के दौरान सेन प्रांसिस्को में प्राथम महिला डिस्ट्रिक्ट अटॉना से लेकर वैलिफोर्निया की प्राथम महिला अटॉना जनरल के तौर पर सेवा देने तक और अमेरिकी सीनेट में वैलिफोर्निया की प्राथम अश्वेत महिला के तौर पर प्रातिनिधित्व करने तक हमेशा ही अपनी मां की इन बातों को याद रखा।

कमला देवी हैरिस की शपथ लेने के बाद पहली टिप्पणी थी—हम अमेरिकन सपने देखते ही नहीं उन्हें पूरा करते हैं। 56 वषाय हैरिस ने एक साथ कईं रिकॉर्ड तोड़े हैं, वह पहली महिला और पहली अश्वेत उपराष्ट्रपति हैं। एक भारतीय अमेरिकी के रूप में भी इस पद पर पहुंचने वाली वह पहली महिला हैं। कमला देवी हैरिस ने 46वें राष्ट्रपति जो बिडेन से पहले शपथ ली। शपथ लेने के बाद उन्होंने कहा कि हमने चांद की ओर उड़ान भरी और वहां अमेरिका का झंडा फहराया, हम साहसी निभाक और महत्वाकांक्षी हैं। उन्होंने अपने भाषण में अब्राहम लिंकन और मार्टिन लूथर किग के विचारों को भी शामिल किया है। हैरिस ने इस बात पर जोर दिया कि देश के राष्ट्रपति जो बिडेन ने अमेरिकियों से संकट से उबरने और एकजुट होने का प्रायास करने की अपील की है। भारतीय मूल की हैरिस ने ऐतिहासिक शपथ ग्राहण समारोह के दौरान बुधवार को अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। हैरिस ने लिंकन मैमोरियल के बाहर कहा—कईं मायनों में यह क्षण एक देश के रूप में हमारे चरित्र को दर्शाता है। यह दिखाता है कि मुश्किल समय में भी हम कौन हैं। हम केवल सपने ही नहीं देखते, उन्हें साकार भी करते हैं। हम केवल यह नहीं देखते कि क्या हो रहा है, हम यह भी देखते हैं कि क्या हो सकता है। हम कमला देवी हैरिस को उनके उपराष्ट्रपति बनने पर बधाईं देते हैं और उम्मीद करते हैं कि अमेरिका में हुए विभाजन को कम करने में और देश को आगे बढ़ाकर अपना नाम भी रोशन करेंगी और भारत का भी। भारतीयों को उनसे बहुत उम्मीदें हैं।

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