अस्थिर व्यवहार के कारण खुफिया जानकारियां नहीं देंगे
-अनिल नरेन्द्र
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू होने से पहले बिडेन प्राशासन उनसे एक बड़ा अधिकार छीनने की तैयारी में है। अमेरिका के राष्ट्रपतियों को कार्यंकाल खत्म होने के बाद भी अकसर खुफिया सूचनाएं और गोपनीय जानकारियां दी जाती हैं। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने एक इंटरव्यू में बताया कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को उनके अस्थिर व्यवहार के कारण गोपनीय खुफिया जानकारियां नहीं दी जानी चाहिए।
बिडेन ने सीबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा—मैं कयास नहीं लगाना चाहता। मुझे बस यही लगता है कि उन्हें खुफिया जानकारियां दिए जाने की जरूरत नहीं। उन्हें खुफिया जानकारियां देने का क्या महत्व है? वह क्या प्राभाव डाल सकते हैं? इसके बजाय तथ्य तो यह हैं कि कभी भी उनकी जुबान फिसल सकती है और वह वुछ भी कह सकते हैं। यह इंटरव्यू रविवार को प्रासारित किया गया। शुक्रवार को इसके वुछ अंश जारी किए गए थे। इसमें बिडेन कहते दिखे कि ट्रंप को उनके अस्थिर व्यवहार के कारण ऐसी जानकारियां नहीं दी जानी चाहिए। इससे पहले इस सप्ताह की शुरुआत में व्हाइट हाउस की प्रावक्ता जेन साकी ने कहा था कि ट्रंप को खुफिया जानकारियां देने के बारे में समीक्षा की जा रही है।
डेमोक्रेटिक पाटा के वुछ सांसदों और यहां तक कि ट्रंप प्राशासन के अधिकारियों ने भी उन्हें जानकारी देते रहने के बारे में सवाल उठाए थे। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट में मंगलवार से महाभियोग की प्राव््िराया शुरू होनी है। उन पर छह जनवरी को संसद पर हुईं हिसा के लिए यह कार्रवाईं हो रही है। हालांकि उनके बच निकलने के चांस ज्यादा हैं मगर उससे पहले सदन में पूरे विस्तार से उन पर लगे आरोपों की चर्चा होगी।