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पाकिस्तान की दागी नईं सरकार

👤 Veer Arjun | Updated on:14 May 2022 5:10 AM GMT

पाकिस्तान की दागी नईं सरकार

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—अनिल नरेन्द्र

भारत के पड़ोसी देशों में राजनीतिक अस्थिरता का दौर चल रहा है। चाहे श्रीलंका हो और चाहे पाकिस्तान हो। दोनों ही देशों में नईं सरकारें बन गईं हैं। पाकिस्तान की बात करते हैं। पाकिस्तान में शहबाज शरीफ के दामन पर भी दाग हैं। खुद प्राधानमंत्री शहबाज शरीफ पर घोटालों और अनियमितताओं के चार बड़े आरोप हैं। वैसे शहबाज खुद को बेगुनाह बताते हैं। लेकिन एक आपराधिक मामले में शहबाज बेल पर बाहर हैं। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर राजा परवेज अशरफ पर पॉवर प्राोजेक्ट में घूस लेने का आरोप हैं। शहबाज के बेटे और पंजाब के मुख्यमंत्री हमजा शरीफ पर भी आपराधिक मामलों की लंबी सूची है।

हमजा और शहबाज दोनों बेटे और बाप पर करप्शन और मनी लांड्रिंग के भी मामले हैं। पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह तो 2019 में ड्रग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। सनाउल्लाह छह महीने की सजा भी काट चुके हैं। शहबाज शरीफ के योजना मंत्री अहसान इकबाल पर एक स्पोट्र्स कॉम्प्लैक्स के निर्माण के घोटाले में मामला दर्ज किया गया था। बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गईं। कईं और मंत्री जमानत पर चल रहे हैं। शहबाज शरीफ पर चार बड़े केस लंबित हैं।

इसमें आसियाना हाउसिंग स्कीम से जुड़ा मामला सबसे अहम है। 2010 में इस मामले में आसियाना स्कीम के कांट्रेक्ट को तोड़ दिया गया। इसके कारण 19 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। पाकिस्तान की नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो ने शहबाज को इसका दोषी ठहराया है। दूसरा मामला आय से अधिक सम्पत्ति का है। उनके परिवार के अन्य सदस्यों के पास भी आय से अधिक सम्पत्ति पाईं गईं है। शरीफ परिवार की लगभग 23 सम्पत्तियों को प्रीज भी किया गया था। तीसरा मामला रमजान शूगर मिल से जुड़ा है। नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो के अनुसार पंजाब का मुख्यमंत्री रहने के दौरान शहबाज शरीफ ने चिन्नीओर जिले में अपने बेटों को शूगर मिल के आबंटन में गड़बड़ी की थी। ब्यूरो के अनुसार शहबाज और उनके बेटे हमजा ने पाकिस्तान की सरकार के खजाने को 21 करोड़ रुपए का घाटा पहुंचाया था।

चौथा मामला हुदाचिबा पेपर मिल्स से जुड़ा है। इसमें शहबाज शरीफ पर आरोप है कि उन्हें नवाज शरीफ के समधी इशहाक डार से अरबों रुपए की राशि गैर-कानूनी रूप से खातों से मिली। वैसे लाहौर हाईं कोर्ट ने बाद में शहबाज शरीफ के खिलाफ इस मामले में लगाईं गईं अजा को खारिज कर दिया था। दिलचस्प तथ्य यह है कि शहबाज शरीफ ने बतौर प्राधानमंत्री जिस दिन शपथ ली थी, उन्हें इसी मामले में उस दिन एक स्थानीय अदालत में पेश होना था। इमरान खान ने हुदाचिबा पेपर मिल्स घोटाले में शहबाज का नाम होने को मुद्दा बनाया था। शहबाज को इस केस में जमानत मिली हुईं है। पाकिस्तान के प्राधानमंत्री शहबाज शरीफ के विशेष सलाहकार हनीफ अब्बासी जुलाईं 2018 में नारकोटिक्स के एक मामले में कईं महीनों की जेल काट चुके हैं। अब्बासी को निचली अदालत ने उम्रवैद की सजा दी थी। हाईं कोर्ट ने 2019 में अब्बासी को रिहा कर दिया था। इमरान की पाटा ने अब्बासी की नियुक्ति के खिलाफ कोर्ट में अजा लगाईं हुईं है।

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