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सवालों का सामना

👤 mukesh | Updated on:1 Aug 2022 4:39 AM GMT

सवालों का सामना

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सवालों का सामना शिवसेना के राज्यसभा सदस्य एवं सामना के कार्यंकारी संपादक प्रवर्तन निदेशालय (ईंडी) के सवालों के जवाब से बचने की कोशिश में पंसते चले गए। 9 घंटे की पूछताछ और छापेमारी के बाद जब ईंडी को लगा कि संजय राउत सहयोग नहीं करेंगे तो उसने उन्हें हिरासत में लेकर मुंबईं स्थित अपने कार्यांलय ले गईं। रविवार को ईंडी सुबह 7.30 बजे ही पात्रा चॉल घोटाले के संदर्भ में उनसे पूछताछ के लिए उनके निवास पर पहुंच गईं थी। इसके पहले एक जुलाईं को संजय राउत ईंडी के साथ 10 घंटे तक पूछताछ में मौजूद थे। एजेंसी ने 20 और 27 जुलाईं को पूछताछ के लिए संजय राउत को ईंडी कार्यांलय बुलाया था किन्तु उन्होंने यह कहते हुए पूछताछ के लिए जाने से इंकार कर दिया कि अभी संसद का मानसून सत्र चल रहा है, इसलिए वह अभी खाली नहीं हैं। संजय राउत ने ईंडी से कहा कि वह संसद सत्र खत्म होने के बाद 7 अगस्त को पूछताछ के लिए उपलब्ध हो सवेंगे। यही कारण है कि 31 जुलाईं को ईंडी के अधिकारी बिना पूर्व सूचना के ही संजय राउत के निवास पर पहुंच गए। यही नहीं संजय के गोरेगांव स्थित निवास पर भी छापा मारा और घोटाले से संबंधित दस्तावेजों की जांच की।

असल में 2007 में गुरु आशीष वंस्ट्रक्शन वंपनी को पात्रा चॉल का विकास करने का काम महाराष्ट्र हाउसिग एंड एरिया डेवलपमेंट एथारिटी की तरफ से दिया गया था। गुरु आशीष वंस्ट्रक्शन को वहां रहने वाले लोगों को 672 फ्लैट बनाकर देना था और 3000 फ्लैट म्हाड़ा को देना था। 47 एकड़ की जमीन बिल्डर को दी गईं थी और कहा गया था कि वह उक्त फ्लैट बनाने से बची जमीन पर खुद फ्लैट बनाकर बेच सकता है किन्तु गुरु आशीष वंस्ट्रक्शन ने कोईं फ्लैट नहीं बनाया बल्कि पूरी जमीन एफएसआईं एंड बिल्डर को 1034 करोड़ रुपए में बेच दी। अब सवाल उठता है कि गुरु आशीष वंस्ट्रक्शन का संजय राउत और उनकी पत्नी र्वषा राउत से क्या संबंध हैं?

असल में इस घोटाले की जांच एक फरवरी 2022 को ईंसीआईंआर करने के साथ ही शुरू हो गईं। ईंडी ने प्रावीण राउत और सुजीत पाटकर नामक दो घोटालेबाजों के 7 ठिकानों पर छापेमारी की और 2 फरवरी को प्रावीण राउत को गिरफ्तार कर लिया। प्रावीण राउत पीएमसी बैंक घोटाले में भी लिप्त था और वह संजय राउत का दोस्त भी है। जांच से पता चला की प्रावीण राउत की पत्नी माधुरी के बैंक से संजय राउत की पत्नी र्वषा राउत के बैंक खाते में 55 लाख रुपए असुरक्षित लोन के रुपए में डाले गए जिसका इस्तेमाल राउत परिवार ने दादर का फ्लैट खरीदने में किया।

इस मामले में प्रावीण राउत और संजय राउत की पत्नियों माधुरी और र्वषा के बयान पहले ही लिए जा चुके हैं। निकट संबंध के मिले दस्तावेजों के मुताबिक दोनों राउत की बेटियां वाइन ट्रेडिग फर्म में जहां पार्टनर हैं वहीं दोनों की पत्नियों ने अली बाबा में संयुक्त रूप से जमीन खरीदी है।

ईंडी इस बात की जांच कर रही है कि अली बाबा में जो जमीन खरीदी गईं वह पैसा भी प्रावीण राउत का ही है। ईंडी इस बात की भी जांच कर रही है कि प्रावीण राउत से संजय राउत ने फ्लैट और जमीन की खरीददारी के बदले क्या मदद की और वास्तव में प्रावीण राउत से संजय राउत और र्वषा राउत ने कितने पैसे और लिए।

अपने बचाव में संजय राउत वुछ भी कह सकते हैं उनके सामने ईंडी के सवालों के बाद कोर्ट में भी अपना पक्ष रखने का विकल्प खुला है किन्तु जांच का सामना तो उन्हें करना ही होगा। मात्र राजनीतिक प्रातिशोध का बहाना बनाकर वह नहीं बच सकते। संयोग देखें, सामना अखबार में विरोधियों से सवालों की झड़ी लगाने वाले संजय राउत को ईंडी के सवालों से जान बचाने के लिए तरह-तरह के बहाने गढ़ने के बावजूद राहत नहीं मिली। (एसपी)

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