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तीन करोड़ की ठगी व लूटपाट मामले में एसआईटी ने की आरोपियों से पूछताछ

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:12 May 2018 3:08 PM GMT
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सिरसा, (नरेंद भटनागर)। गांव कोटली के एक व्यक्पि से लूटपाट व तीन करोड़ की ठगी मामले में पुलिस महानिदेशक द्वारा गठित एसआईटी ने शनिवार को आरोपियों से पूछताछ की। हिसार एसपी के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने लूटपाट व ठगी के केस में नामजद 15 आरोपियों को नोटिस जारी कर पूछताछ में शामिल होने का निर्देश दिया था। शनिवार को एसआईटी समक्ष छह आरोपी ही पेश हुए। एसआईटी अधिकारी सब इंस्पेक्टर दयाराम के अगुवाई में एसआईटी के टीम ने उक्त आरोपियों से पूछताछ इनके बयान दर्ज किए। शेष सात आरोपियों के खिलाफ एसआईटी ने अंतिम नोटिस जारी किया है। अगर सात दिनों के भीतर उक्त आरोपी पूछताछ में शामिल नहीं हुए तो एसआईटी इनके विरूध सीधी कार्रवाई अमल में लाएगी। ठगी और लूटपाट के इस मामले में 11 फरवरी 2018 को 12 आरोपियों के खिलाफ डिंग थाना में केस दर्ज हुआ था। एसआईटी समक्ष पूछताछ में शामिल न होने वाले आरोपियों में कोटली निवासी दलीप, अमित व चरण सिंह सहित सात आरोपी हैं।

मामले के अनुसार गांव कोटली निवासी रमेश कुमार ने कुछ लोगों के साथ मिलकर गांव में ही पाची गैस कंपनी की एजेंसी ली थी। इसमें कई लोग पार्टनर थे। पार्टनरों ने रमेश कुमार से धोखाधड़ी करके तीन करोड़ रुपए हड़प लिए। 11 दिसंबर 2014 को पार्टनरों ने गुडेक्व भेजकर रमेश कुमार का अपहरण करवा लिया। अपहरण करने में जिस गाड़ी का इस्तेमाल हुआ वह आरोपी सत्यनारायण व कोशी जोसन की थी। अपहरणकर्ता ने पिस्तोल के बल पर रमेश से खाली चेकों व कागजातों पर हस्ताक्षर करवाए और जबरन नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। रमेश को जब होश आया तो वह हिसार के एक पाइवेट अस्पताल में था। हाईकोर्ट के निर्देश पर फतेहाबाद डीएसपी ने इस मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर डिंग थाना पुलिस ने तीन करोड़ की ठगी व लूटपाट करने के आरोप में कोटली निवासी बलबीर, सत्यनारायण, सुमित , दीपेश , दवित, आशीष, धर्मपाल, चरण सिंह, भारतीय एनर्जी वोटलिंग पाइवेट लि. कंपनी के कर्मचारी, अजय कुमार हैदराबाद, खालिद गाजियाबाद व पवीण कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया। रमेश कुमार ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर गुहार लगाई थी कि उसे सिरसा पुलिस की कार्यपणाली पर भरोसा नहीं है। इसलिए अन्य जिले की पुलिस से मामले की जांच करवाई जाए। डीजीपी ने संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक हिसार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया। जांच अधिकारी दयाराम ने बताया आरोपियों के बयान दर्ज किए एसआईटी ने आरोपियों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया था। 15 आरोपियों में से छह आरोपी ही जांच में शामिल हुए। उक्त आरोपियों का बयान दर्ज किया गया है। लूटपाट से जुड़ा सारा रिकॉर्ड एसआईटी ने डिंग पुलिस थाने से अपने कब्जे में लिया है। अन्य आरोपियों को दोबारा नोटिस जारी करके जांच में शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं।

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