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प्रदूषण: गुरुग्राम और फरीदाबाद में 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में 5 नवम्बर तक छुट्टी

👤 manish kumar | Updated on:4 Nov 2019 5:23 AM GMT

प्रदूषण: गुरुग्राम और फरीदाबाद में 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में 5 नवम्बर तक छुट्टी

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चंडीगढ़ । वातावरण में स्वच्छ हवा दमघोंटू हो गई है। प्रदेश के हर जिले में पीएम-2.5 का स्तर एक्यूआई 500 को पार कर चुका है। एनसीआर क्षेत्र में स्थिति काफी बदतर है। यहां पर पिछले दो दिनों से निर्माण कार्य पर भी रोक लगी हुई है। जहरीली होती हवा एवं स्मॉग के गुबार को देखते हुए सरकार ने गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में स्कूलों को आगामी दो दिनों के लिए बंद करने का फैसला लिया है।

सरकार ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशानुसार सभी जिला उपायुक्तों व जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गुरुग्राम व फरीदाबाद के सभी 12वीं कक्षा तक के निजी, सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों में 4 से 5 नवम्बर का अवकाश घोषित किया गया है।

अन्य जिलों के उपायुक्त अपने जिले में प्रदूषण की स्थिति के अनुसार स्कूलों का अवकाश घोषित कर सकते हैं।

सरकार के आदेशानुसार व स्मॉग के स्तर को देखते हुए हिसार उपायुक्त अशोक मीणा ने तुरंत आगामी दो दिनों तक सभी स्कूल बंद करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने खेतों में धान के अवशेष जलाने वालों पर भी कड़ी निगरानी रखने के आदेश जारी किए। रोहतक में भी प्रदूषण स्तर को देखते हुए आगामी दो दिनों के लिए स्कूल बंद रहेंगे। रेवाड़ी में भी उपायुक्त ने बढ़ते स्मॉग को देखते हुए सरकार के आदेशानुसार दो दिनों तक स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए।

जहरीली होती हुई हवा को नियंत्रित करने के लिए खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी किसानों से पराली न जलाने की अपील भी कर चुके हैं । अभी तक 218 किसानों पर केस दर्ज हो चुका है तो करीब 4300 आग लगाने के मामले सामने आ चुके हैं। सरकार दावा है कि इस बार धान के अवशेषों में आग लगाने के मामलों में 6.5 फीसद कमी हुई है। वर्ष 2018 में आग लगाने का आंकड़ा करीब 4600 था जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब में स्थिति इससे भी बदतर है। अभी तक पराली में आग लगाने के 23 हजार 150 मामले आ चुके हैं। हिस

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