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नहाना सिर्फ नहाना नहीं है, नहाने के अलावा और भी बहुत कुछ है

👤 Admin 1 | Updated on:18 April 2017 7:21 PM GMT

नहाना सिर्फ नहाना नहीं है, नहाने के अलावा और भी बहुत कुछ है

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डॉ.माजिद अलीम

नहाने का मतलब सिर्फ खुद का साफ सुथरा रखना भर नहीं है। सुबह और शाम के समय नहाना दिल दिमाग को शांति देता है और हममें नयी ऊर्जा भरता है, बशर्ते आपके नहाने का ढंग सही हो। अच्छी तरह नहाने का मलतब है त्वचा की रक्त कोशिकाओं में रक्त के प्रवाह में वृद्धि होना। नहाने से शरीर की पुराने तंतु खत्म होते हैं और नये तंतु बनते हैं। शरीर पर जमें बैक्टीरिया दूर होते हैं और हमारी त्वचा टोंड और फ्रेश हो जाती है। नहाया कब जाय? यह भी काफी महत्वपूर्ण है। सुबह जल्दी उ"कर नहाना और शाम को गर्म पानी से नहाना चाहिए; क्योंकि "ंडे पानी से हमारी मांसपेशियां में रक्त का संचार होता है और गर्म पानी से शरीर की मांसपेशियों में दर्द कम होता है।

मालिश

अच्छी तरह नहाने का मतलब सिर्फ यह भर नहीं कि बाथरूम में जाकर नल घुमाया और नहाकर निकल गये। पहले अपने शरीर को स्ट्रैच करें और उसके बाद नहाने से पहले मालिश करें। यदि रोज मालिश करना संभव न हो तो सप्ताह में कम से कम दो बार जरूर करें बिना मसाज किये नहाने से हमारी त्वचा का प्राकृतिक ऑयल निकल जाता है और हमारी त्वचा रूखी हो जाती है और बुढ़ापा जल्दी आता है। मालिश करने के बाद नहाने से हमारी त्वचा के भीतर तेल अच्छी तरह एब्जॉर्ब हो जाता है और इससे हम खुद को भी स्ट्रैच कर सकते हैं। मालिश के द्वारा हमारे रक्त संचार में वृद्धि होती है, जिससे त्वचा में चमक पैदा होती है। मालिश के लिए ऐसे तेल का इस्तेमाल करें जो रिफाइंड न हो शुद्ध तेल जिसमें वर्जिन ऑलिव ऑयल, बादाम का तेल, लेवेंडर, यूक्लिपटिस और चंदन के तेल से की जानी चाहिए। गर्मी के दिनों में कोकोनट, यूक्लिपटिस और जैसमिन के तेल की मालिश करनी चाहिए। सर्दी के दिनों में बादाम का तेल उपयुक्त होता है। हमारी त्वचा की सात परतें होती हैं, मसाज करने के दौरान तेल त्वचा की आखिरी परत तक पहुंचे इसके लिए शरीर पर 15 मिनट तक मालिश करनी चाहिए।

शरीर को रगड़ना

मालिश करने के बाद पानी डालकर तुरंत नहाने की बजाय अपने शरीर को अच्छी तरह रगड़कर साफ करना चाहिए। जब हम शरीर को रगड़कर अच्छी तरह साफ करते हैं तो हमारी त्वचा से मृत कोशिकाएं खत्म होती है और नीचे की भीतरी त्वचा को एक नयी चमक मिलती है। इसके लिए रगड़ने वाले ग्लब्स, ब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए। पहले पैरों को अच्छी तरह रगड़ें और धीरे-धीरे अपनी त्वचा को नर्म हाथों से रगड़ें। शरीर के सख्त हिस्सों को प्यूमिक स्टोन से साफ करें। इसके बाद शरीर पर लोशन लगायें। सप्ताह में एक बार पूरे शरीर को अच्छी तरह रगड़कर साफ करें।

शरीर को महकाएं

शरीर को एरोमोथैरेपी ट्रीटमेंट के लिए एसेंशियल ऑयल काफी प्रभावी है। इसे बेस ऑयल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें। इससे ऑयल त्वचा में भीतर तक समा जाता है, उसे मॉश्चराइज करता है और हमारी रक्त प्रवाह के भीतर भी मिल जाता है। इसकी सुगंध हमारे दिमाग को सुकून देती है और हम खुद को अच्छा महसूस करते हैं। बेसिल, लेवेंडर, यूक्लिपटिस, रोज मैरी, थाइन इस तरह के ऑयल से नहाना, हमे तरोताजा रखता है, जोआबा और सनफ्लावर ऑयल का बेस बनाया जा सकता है इसे अपने बाथ टब में मिलायें और उस पानी में पबर को भिगोकर त्वचा को अच्छी तरह से रगड़े इससे त्वचा फ्रेश होकर महक से भर जाती है। ऑयल का सही लाभ लेने के लिए बाथ टब में पानी भर करके उसमें 10 से 15 बूंदे ऑयल की डालें यदि बाल्टी से नहाना चाहते हैं तो 7 से 8 बूंदे डालें। शावर बाथ के लिए जमीन पर थोड़ा ऑयल डालें और उस पर जब शावर से पानी आता है तो इससे भी शरीर महक उ"ता है।

शावर जैल का इस्तेमाल करें

आमतौर पर लोग नहाने के लिए सोप बार का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आजकल बाजार में शावर जैल की कई वैरायटी मिलती हैं। यदि आप इनका इस्तेमाल न भी करना चाहें तो ऐसे साबुन का इस्तेमाल करें जिसमें प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल किया गया हो और अपनी स्किन टाइप के अनुकूल इसका चुनाव करें। जिन लोगों की त्वचा रूखी है, उन्हें मॉश्चराइज करने के लिए ग्लिसरीन युक्त साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए। नहाने के लिए कभी एंटीबैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल न करें क्योंकि यह खुशक होते हैं और इनमें पसीना आने वाले बैक्टीरिया को दूर रखने के लिए माइाढाsब्स का इस्तेमाल होता है। शावर जैल आसानी से इस्तेमाल हो जाता है। अपने शरीर को अच्छी तरह से मलकर शावर स्नान लें, इससे तनाव कम होता है।

कितनी देर तक नहायें

हमें कितनी देर तक नहाना चाहिए इसके बारे में बड़ा मूलमंत्र यह है कि मालिश के बाद त्वचा में ऑयल अच्छी तरह से प्रवेश कर सके इसके लिए हमें कम से कम 20 मिनट तक नहाना चाहिए। हमारी त्वचा की बाहरी परत में तेल ग्रांथियां होती हैं। यदि आप पानी में बहुत देर तक रहते हैं तो यह धुल जाती हैं और हमारी त्वचा पानी को अंदर लेने लगती है जिसके कारण त्वचा सिकुड़ जाती है। नहाकर निकलने के बाद अपने शरीर को अच्छी तरह से सुखायें। अकसर हम अपनी त्वचा को सुखाने को भी यूं ही ले लेते हैं, लेकिन हमें अपनी त्वचा को अच्छी तरह रगड़कर पोछना चाहिए। लेकिन इसे तेजी से न रगड़ें। थपथपाकर इसे सुखायें और उसमें नमी बनी रहने दें ताकि जब आप मॉश्चराइजर लगायें तो हमारी त्वचा इसे अच्छी तरह सोख ले और वह इसके भीतर ही बनी रहे।

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