बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से
-अनिल नरेन्द्र
दुनियाभर में कोरोना की महामारी को लेकर बने खौफ और दहशत के बावजूद पाकिस्तान सरहद व सीमांत इलाकों पर लगातार मोर्टार बम गिरा रहा है। उसकी नापाक साजिश उसकी दिशा में लांचिंग पैड्स पर मौजूद आतंकी दस्तों की घुसपैठ कराना है। जिसे अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी सेना व पाकिस्तानी रेंजर्स गत कुछ दिनों से 50 बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुके हैं। हालांकि भारतीय सेना ने अपनी कड़ी कार्रवाई में केरन सेक्टर के पार पाकिस्तानी सेना के कई जवानों को मार गिराकर कई चौकियों को ध्वस्त कर दिया, बल्कि काफी बड़ी संख्या में लांचिंग पैड्स पर मौजूद आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। ताजा खबर के अनुसार एलओसी पर पाक सेना की गोलाबारी ने कुपवाड़ा में तीन लोगों की जान ले ली है। मरने वाले तीन नागरिकों में एक महिला, एक पुरुष और एक बच्चा शामिल है।
पाक गोलाबारी के कारण कई घर व वाहन भी तबाह हो गए। डरे और दहशतजदा दर्जनों लोगों ने अपने घर त्याग दिए हैं। रविवार को पाकिस्तानी सेना ने बारामूला के चौकी बल इलाके में संघर्षविराम का उल्लंघन किया। एलओसी पार से भारी गोलाबारी कर सेना की चौकियों व रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया जा रहा है। वहीं भारतीय सेना पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। मिलने वाले समाचार कहते हैं कि पाक गोलाबारी के कारण चौकी बल के तुर्माना गांव में पाक गोलों की जबरदस्त बरसात के कारण यह तबाही मची है। अधिकारियों के मुताबिक गोलाबारी में दो दर्जन आवासीय घरों तथा पांच वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। गांव में जलते घर और वाहनों की तबाही भयानक मंजर पेश कर रही है। उधर कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में बड़े-बड़े गोले दागकर सलाई गांव, जगे चंगा और घन टाडा में दहशत फैलाई।
मेढर सेक्टर के रिहायशी इलाकों में पाकिस्तान की तरफ से दागे मोर्टार से लगभग 10 मकानों को नुकसान पहुंचा। इस समय जब खुद पाकिस्तान कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित है तब भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा। जिस तरह की गोलाबारी हो रही है वह आतंकी संगठन नहीं कर सकते। यह तो सिर्प पाक सेना ही कर सकती है। यह दुर्भाग्य की बात है कि ऐसी आपातकाल स्थिति में भी वह अपनी नीतियों पर चल रहा है। इससे हमें तो नुकसान होगा ही पर पाकिस्तान को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उम्मीद करते हैं कि वह यह गोलाबारी बंद करे और अपने देश में फैले कोरोना को कंट्रोल करने में अपना सारा जोर लगाए तो वह बेहतर विकल्प होगा।