ई-टेंडर घोटाले के बाद अब माखनलाल विवि की गड़बड़ियों पर होगी एफआईआर
भोपाल (ब्यूरो मप्र)। तीन हजार करोड़ के कथित ई-टेंडर घोटाले में एफआईआर कराने के बाद कमलनाथ सरकार की नजर अब माखनलाल पत्रकारिता विवि में हुई आर्थिक गड़बड़ियों पर है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पिछली भाजपा सरकार में न केवल अनाप-शनाप पैसे बांटे गए, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के लोगों को फायदा भी पहुंचाया गया।
दिल्ली के नोयडा में संघ के लोगों के रुकने के लिए डोरमेट्री तक बनवाई गई और नोयडा कैंपस के लिए हर साल 60 लाख रुपए किराया दिया, जबकि मप्र से बाहर इसकी साखा नहीं खोली जा सकती। राज्य सरकार जल्द ही इस मामले में एफआईआर दर्ज कर सकती है।
जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र को कई बार और कई तरह के कार्यक्रमों में लाभ पहुंचाया गया। यह राशि करीब छह लाख रुपए तक है। संघ के विचारकों के लिए ज्ञान संगम सेमिनार आयोजित कराया गया, जिसमें 9 लाख रुपए खर्च किए गए।