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आधार कार्ड बनाने वालों ने नगर में मचा रखी लूट

👤 veer arjun desk 5 | Updated on:14 March 2018 2:45 PM GMT
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योगेन्द्र मेहता

नागदा । भारत सरकार द्वारा आम आदमी को अपना एक युनिट हाईडेंटिटी नम्बर जारी करने हेतु करोडों रूपये की राशि व्यय की जा रही है तथा आम आदमी को यह सुविधा निःशुल्क पदान करने के पयास किये जा रहे हैं लेकिन नगर में संचालित आधार केन्दों पर आम आदमी को लूटने का कार्य किया जा रहा है। आलम तो यह है कि नगर में ज्यादातर स्थानों संचालित होने वाले आधार केन्द बन्द पडे हुए है तथा जिन स्थानों पर आधार कार्ड बन रहे हैं वहाँ नागरिकों से खुली लूट की जा रही है। पशासनिक अधिकारियोंकी एवं स्थानीय केन्द संचालकों की मिली भगत के नवीन आधार कार्ड बनाने हेतु नागरिकों से 90 से लेकर 300 रूपये की मांग की जा रही है।
जिसको लेकर नागरिक परेशान हैं तथा आधार कार्ड बनवाने हेतु दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं। गौरतलब है कि केन्द एवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं का लाभ पाप्त करने हेतु आधार को जरूरी किया है जिसमें वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, उचित मुल्य का राशन पाप्त करने, मोबाईल फोन उपयोग करने तथा अन्य सरकारी उपयोग हेतु आधार जरूरी है। ऐसे में नागरिकों की मजबूरी है कि उन्हें हर हाल में आधार कार्ड बनवाना होता है। शासन द्वारा आधार कार्ड बनवाने हेतु निःशुल्क पावधान किये हैं लेकिन स्थानिय केन्द संचालकों द्वारा नागरिकों से मनमाने तौर पर राशि पाप्त की जा रही है।
पूर्व में विभिन्न निजी केन्दों पर आधार कार्ड बनाये जा रहे थे जहाँ पर निःशुल्क सुविधा उपलब्ध थी। लेकिन शासन द्वारा आधार कार्ड में हुए फर्जीवाडे को ध्यान में रखते हुए सिर्प शासकीय कार्यालयों में आधार कार्ड बनाये जाने की व्यवस्था की थी। इसी के चलते स्थानिय सिविल हॉस्पिटल में आधार कार्ड बनाने हेतु जिस केन्द संचालकों को अनुमती मिली है वह विगत कई सप्ताह से यहाँ से गायब है तथा अपने निवास पर पैसे लेकर आधार कार्ड बना रहा है। इसी तरह एक एम.पी. ओनलाईन केन्द पर भी 90 से 300 रूपये लेकर आधार कार्ड बनाये जा रहे है और इन सब बातों से स्थानिय पशासनिक अमला अनभिज्ञ है।

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