menu-search
Wed Apr 24 2024 08:27:27 GMT+0530 (India Standard Time)
Visitors: 37480
पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने श्रवण की महामांगलिक
Share Post
नागदा,(वीअ)। श्री श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ के अन्तर्गत परमपूज्य नवरत्न सागरसूरिश्वरजी के पथम शिष्य अपूर्व मंगल रत्न सागरसूरिश्वरजी के शिष्य मुनिराज श्री आगमरत्नसागरश्रीजी आदि ठाणा 3 एवं साध्वीश्री सुरेखाश्रीजी के मुखारविन्द से पथम महामांगलिक का आयोजन नगर में रविवार को रानी लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित कृष्णा जिनिंग परिसर पर हुआ। महामांगलिक के पूर्व पातः 8 बजे सकल जैन श्रीसंघ की नवकारसी का आयोजन जैन सोश्यल ग्रुप द्वारा किया गया। पातः 9 बजे पारम्भ हुई महामांगलिक में नागदा नगर एवं आसपास से लगभग 5000 श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। सर्वपथम गुरू वंदन उसके पश्चात् मुनिश्री के पवचन हुए। पश्चात् सभी लाभार्थियों का बहुमान श्रीसंघ द्वारा किया गया। कार्यत्रढम का संचालन सोनव वागरेचा ने किया व भक्पिगीत बेंगलोर से पधारे पसिद्ध संगीतकार विपिन पोरवाल द्वारा किया गया। महामांगलिक के मुख्य लाभार्थी नेन्सीबेन मुंबईवाले यूरो ग्रुप रहे एवं गुरू पुजन का लाभ अरविन्दभाई जैन मुंबईवालो ने लिया तथा महामांगलिक धाम के लाभार्थी जयपकाश भामावत एवं गौतमपसादी पांडाल के लाभार्थी पारसमल गांग परिवार रहे। लगभग 4 घंटे तक चले इस कार्यत्रढम में सकल जैन श्रीसंघ एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने भावपूर्वक हिस्सा लिया। जिसमें मुख्य रूप से सभी श्रद्धालुओं ने लब्धिकुंभ का अनुष्ठान 48 लब्धियों के मंत्राच्चार के साथ किया। महामांगलिक के पश्चात सकल जैन श्री संघ के स्वामी वात्सल्य का आयोजन हुआ, जिसका लाभ श्री श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ ने लिया।
© 2017 - 2018 Copyright Veer Arjun. All Rights reserved.
Designed by Hocalwire