जल भराव बता रहा सड़क का भविष्य
नरसिंहपुर/सुआतला। अत्याधिक वर्षा के कारण न सिर्फ जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है बल्कि जिले की सड़कों की गुणवत्ता की पोल भी खुल गयी है। बारिश में जहां जिले की कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं वहीं जिला मुख्यालय की मॉडल रोड में जहां-तहां भरा पानी निर्माण के वक्त अख्तियार की गयी तकनीकों पर सवाल उठा रही हैं। विदित हो कि जब इस सड़क का निर्माण किया जा रहा था, तब गुणवत्ता से लेकर कई सवाल उठाये गये थे, किंतु परिणाम ढ़ाक के तीन पात भी रहे। स्पष्ट है कि पानी का भराव सड़कों को कमजोर करता है और मॉडल रोड में जहां-तहां भरा नजर आ रहा पानी निश्चित ही सड़क की आयु को कम कर नगर पालिका व निर्माण कंपनी की इंजिनियरिंग को कटघरे में खड़ा करेगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में सीमेंट-सड़क व डामल रोड के बारिश ने बुरे हाल कर दिये हैं।
सड़कों के आसपास है पानी का भारी जमाव
जो सड़कें वर्षों-वर्षों तक चलनी थीं, बारिश ने उनके हाल बेहाल कर दिये हैं। समीपस्थ जनपद पंचायत करेली की ग्राम पंचायत खमरिया के ग्राम जमनिया का पहुंच मार्ग और पुलिया क्षतिग्रस्त हो जाने से लोगों को आवागमन में खासी परेशानी हो रही है। यह स्थिति सड़क और पुलिया की गुणवत्ता पर सवाल उठाने वाली है। वहीं बम्हनी-घारूपुरा मार्ग के भी बारिश ने यही हाल कर दिये हैं। वहीं एनएच 12 से बिछुआ पहुंच मार्ग भी आसपास खेतों में हुए जल भराव के कारण क्षतिग्रस्त हो रहा है। खेतों में भरे पानी की निकासी न होने के कारण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित हुई यह डामल रोड कमजोर हो गयी है। सड़क में कई स्थानों पर गड्ढ़े देखे जा सकते हैं। विदित हो कि यहां चारलाईन सड़क निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण पानी निकासी की व्यवस्था बाधित हुई है। जिसका खामियाजा नागरिकों व किसानों को भोगना पड़ रहा है।