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जिले में बाढ़ से हो चुकी है 16 नागरिकों व 22 पशुओं की मौत

👤 Veer Arjun | Updated on:18 Sep 2019 4:08 AM GMT

जिले में बाढ़ से हो चुकी है 16 नागरिकों व 22 पशुओं की मौत

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नरसिंहपुर। जले में अब तक 1557 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी है, जो कि जिले की औसत वर्षा से कहीं अधिक है। इन हालातों में नदी-नाले उफान पर रहे और बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 16 नागरिकों सहित 22 पशुओं की मौत हो चुकी है। वहीं लगभग 45 करोड़ की फसलें भी प्रभावित हुई हैं। यह जानकारी बीते दिवस पत्रकारवार्ता के माध्यम से जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने पत्रकारों को दी। कलेक्टर ने बताया कि आरबीसी 6 (4) के प्रावधानों के अंतर्गत सभी मृतकों को 4-4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं पशुओं की मृत्यु होने पर भी नियमानुसार सहायता मुहैया करायी जायेगी।

जिले में कुल 130 जर्जर भवन चिन्हित

अतिवर्षा एवं बाढ़ के कारण 867 कच्चे मकानों व 60 पक्के मकानों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी भी पत्रकारवार्ता में दी गयी। जिसका विस्तृत सर्वे कराकर कार्रवाई की जायेगी। विदित हो कि 16 सितंबर को जिला मुख्यालय नरसिंहपुर एक तिमंजिला इमारत के अचानक धरासायी हो जाने से हड़कंप की स्थिति बन गयी थी। यह मकान 50-60 साल पुराना होने के साथ-साथ अत्यन्त जर्जर था, लोकहित में इसे हटाना जरूरी था, पर नगर पालिका व प्रशासन ने इस दिशा में कोई कार्रवाई नही की और हादसा हो गया। गनीमत यह रही कि इसमें कोई जनहानि नही हुई। अब प्रशासन गंभीर होकर जर्जर मकानों को चिन्हित कर उनका निरीक्षण करा रहा है। इस संबंध में जानकारी दी गयी है कि नरसिंहपुर नगर पालिका क्षेत्र में जर्जर भवनों की संख्या 51 है, वहीं नगर पालिका क्षेत्र गाडरवारा में 27 मकान जर्जर हैं। इसके अलावा नगर पालिका करेली में 17, नगर पालिका गोटेगांव में 30, नगर परिषद तेंदूखेड़ा में 5 मकान जर्जर रूप में चिन्हित किया गया है। वहीं चीचली, सांईखेड़ा व सालीचौका नगर परिषद क्षेत्र में कोई भी मकान कमजोर अथवा जर्जर नही है।

लालमहल का किया गया निरीक्षण

बीते दिवस कलेक्टर के निर्देश पर नगर पालिका की टीम शहर के जर्जर भवनों का निरीक्षण करते नजर आयी और मकान मालिकों को मकान खाली करने के लिए भी कहा गया। गांधी चौराहा पर स्थित लाल महल भी अत्यन्त जर्जर हो चुका है। बारिश के दौरान 2 बार लाल महल की दीवार गिर चुकी है। नगर पालिका अमले ने यहां का भी निरीक्षण किया।

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