आग की लपटों से जलकर खाक हो गया होटल लजीज
ग्वालियर । शहर के व्यस्त्तम मार्ग पर रविवार को उस बड़ा हादसा टल गया, जब होटल की छत पर बने रसोईघर में रखे आधा दर्जन सिलेंडर फटने से बच गए। होटल आग की लपटों से जलकर खाक हो गया, लेकिन समय रहते दमकल कर्मचारियों ने आग पर काबू पा लिया। अगर दमकल कर्मी सेंट्रल माल की ओर से सनातन धर्म मंदिर रोड पर स्थित होटल लजीज के ऊपर स्थित रेस्टोरेंट विक्टोरियन विंटेज की छत पर न पहुंचते, तो वहां रखे छह सिलेंडर आग की चपेट में आ जाते और एक बड़ा हादसा हो सकता था।
रविवार की दोपहर 1.31 बजे दमकल अमले को सूचना मिली कि सनातन धर्म मंदिर रोड पर स्थित होटल लजीज के ऊपर आग लगी हुई है। सूचना मिलते ही दमकल अमले की दो गाडिय़ां मौके पर पहुंची, जब तक दमकल और पुलिस मौके पर पहुंची तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। होटल के आसपास अफरा-तफरी का माहौल हो गया। पता करने पर होटल के भीतर कर्मचारियों के फंसे होने की सूचना मिली। इसके बाद उन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया। बताया जा रहा था कि होटल का ज्यादातर हिस्सा लकड़ी से बना हुआ था।
पुलिस के मुताबिक, आग ने धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर लिया। सूचना पर मौके पर पहुंची दमकल की गाडिय़ों ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी थी, लेकिन आग फैलती गई। आग बुझाने के लिए एक के बाद एक कुल 29 गाडिय़ों से पानी फैंका गया। उसके बाद भी देर शाम तक आग धधकती रही। फायर अधिकारियों की मानें तो तीनों स्थानों पर आग से कैमिकल से बना बाहरी ढाचां ज्यादा जला है अंदर के हिस्से में बहुत कुछ बचा लिया गया है और आग में सबसे ज्यादा नुकसान जावेद हबीव सैलून को हुआ है।
बिजली बंद नहीं होने से होता रहा शॉर्ट सर्किंग : रेस्क्यू शुरू होने के बाद दमकल अमला लगातार इमारत की आग काबू करने के लिए विद्युत विभाग को सप्लाई बंद करने के लिए फोन करता रहा, लेकिन घंटे भर तक विद्युत सप्लाई बंद नहीं हुई। वहीं सप्लाई बंद होने के बाद पर आग से बचे जनरेटर से विद्युत सप्लाई शुरू होने से दमकल अमले की दिक्कतें कम नहीं हुई। दमकल अधिकारी देवेन्द्र जखेनिया की मानें तो सबसे ज्यादा नुकसान जावेद हबीब के सैलून कर हुआ है। हिस