केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आचार्यश्री विद्यासागरजी से लिया आशीर्वाद
हरदा । आध्यात्म के मार्ग पर चलते हुए मानवता को परिभाषित करते हुए आचार्य श्री विद्यासागरजी और मुनिसंघ का आशीर्वाद आज प्राप्त हुआ। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आचार्यश्री से निवेदन किया अहिंसा के मार्ग पर चलना, स्वावलंबन के साथ जीना और प्रभु का स्मरण करते हुए समाज के संरक्षण में अपने आप को समर्पित करने का आभाव आपके माध्यम से जो जनमानस में जागृत हुआ है उसके लिए मैं आपके श्रीचरणों में सादर वंदन करती हूं। आपके दिखाए मार्ग पर चलकर शिल्प की दुनिया के लोगों को जोड़कर भारत के भविष्य का वो अपने हाथों से निर्माण कर रहे हैं। राष्ट्र कीर्ति के पथ पर हम सभी सदैव चलें ऐसा आशीष आपसे मांगती हूँ । शनिवार को केंद्रीयमंत्री स्मृति ईरानी ने नेमावर आकर आचार्य श्री से भेट की। इस दौरान उन्होने देश के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अनेक विषयों पर आचार्यश्री से चर्चा की। जैन समाज के प्रवक्ता राजीव जैन ने बताया आचार्यश्री ने राष्ट्र उत्थान पर केंद्रित करते हुए अपने उदगार में कहा कि भारत को स्वतंत्र हुए कई वर्ष होने के बावजूद पूर्व स्थिति में नहीं आए।
केंद्रीय मंत्री ईरानी ने हथकरघा आदि का निरीक्षण किया- इस अवसर पर आचार्यश्री ने देश की सीमा पर सुरक्षा में लगे सैनिकों की मुक्त कंठ से प्रशंसा सक्रिय सम्यक सहकार संघ की ओर से सुशीला पाटनी एवं ब्रम्हचारी सुनील भैयाजी ने हथकरघा से बनी साडी भेंट की।ट्रस्ट कमेटी की ओर से जैन साहित्य भेट कर स्मृति ईरानी को सम्मानित किया। लगभग ढाई घंटे जैन मंदिर परिसर पर रही स्मृति ईरानी ने आचार्यश्री के आशीर्वाद से चलने वाले समाजसेवा के विभिन्न प्रकल्पों हथकरघा, हस्तशिल्प,प्रतिस्थली,मातृभाषा हिन्दी जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर आचार्यश्री से लम्बी चर्चा की। इसके साथ ही बारीकी से हथकरघा से निर्मित वस्त्रए हस्तशिल्प से बनी विभिन्न वस्तुओं का अवलोकन किया।