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देश में हिंसा और आगजनी का केन्द्र है 10 जनपथ : शिवराज

👤 manish kumar | Updated on:7 Jan 2020 2:03 PM GMT

देश में हिंसा और आगजनी का केन्द्र है 10 जनपथ : शिवराज

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भोपाल। कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग करने वाली पार्टी रही है। 1984 में इंदिरा की हत्या के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री ने यह कहकर देश को हिंसा की आग में धकेल दिया था कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो उथल-पुथल तो होती है। कांग्रेस की इस मॉब लिंचिंग पर अभी तक सवाल उठ रहे हैं। यही मॉब लिंचिंग करने वाली कांग्रेस अब सीएए के नाम पर देश को हिंसा की आग में झौंक रही है और 10 जनपथ इसका केंद्र है। यह बात मंगलवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराजसिंह चौहान ने पंजाब के लुधियाना में मीडिया से चर्चा के दौरान कही।

पाकिस्तान में खौफ के साए में जी रहे हैं अल्पसंख्यक

शिवराजसिंह ने कहा कि विभाजन के समय पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं, सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों पर भयानक अत्याचार किए गए। इस दंश को सबसे ज्यादा पंजाब ने ही भुगता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर यह अत्याचार आज भी चल रहे हैं और आज भी वहां ये लोग सुरक्षित नहीं हैं, खौफ के साये में जी रहे हैं। वहां ननकाना साहिब पर पथराव जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हो रही हैं। मियां मिट्ठू जैसे कट्टरपंथी लोग हजारों बेटियों का धर्मांतरण करा रहे हैं। चौहान ने कहा कि विभाजन के समय पाकिस्तान में 23 प्रतिशत हिंदू, सिख और अन्य अल्पसंख्यक थे, लेकिन आज उनकी संख्या घटकर 2 प्रतिशत से भी कम रह गई है। बाकी लोग या तो मार दिये गए, उनका धर्मांतरण करा दिया गया या फिर वे भागकर भारत आ गए। सीएए में इन्हीं लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है।

शिवराज ने कहा कि कांग्रेस लोगों को सीएए के विरोध में भड़का रही है। लोगों को गुमराह करके हिंसा भड़का रही है। मैं सोनिया से, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदरसिंह से और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से यह पूछना चाहता हूं कि सीएए में गलत क्या है? वे क्यों इसका विरोध कर रहे हैं। सोनिया, अमरिंदरऔर कमलनाथ को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे नहीं चाहते कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से अपनी जान बचाकर, सब कुछ गवांकर भारत आए हिंदू, सिख और अन्य अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दी जाए? उन्हें यह साफ करना चाहिए कि क्या वे यह चाहते हैं कि इन हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों, बौद्धों और पारसियों को वापस मरने के लिये पाकिस्तान भेज दिया जाए?

उन्‍होंने कहा कि पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, लेकिन कांग्रेस के किसी नेता ने कुछ नहीं बोला। आज कांग्रेस को जवाब देना होगा। मैं पूछना चाहता हूं कि सोनिया जी, राहुल जी को ननकाना साहिब पर हमले की निंदा करने में 15 घंटों का समय क्यों लग गया? उन्होंने कहा कि पंजाब के एक नेता जो बहुत बोलते हैं, ननकाना साहब पर हमला होने के बाद उनकी भी आवाज नहीं निकली। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या इमरान से दोस्ती इतनी पक्की हो गई है कि उन्हें अपने देश का ही ख्याल नहीं है? चौहान ने कहा कि यही कांग्रेस का चरित्र है और मैं इसकी निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि राहुल, प्रियंका सीएए को लेकर देश में गलतफहमी पैदा कर रहे हैं, लेकिन हम उनके प्रयास सफल नहीं होने देंगे। प्रधानमंत्री मोदी जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी, कार्यकारी अध्यक्ष नड्डा जी सहित हमारे सारे नेता देश में निकले हैं और लोगों को नागरिकता संशोधन कानून के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

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