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मध्यप्रदेश वैक्सीनेशन और उपचार प्रबंधन में अन्य राज्यों से आगे

👤 mukesh | Updated on:13 Jan 2022 8:45 PM GMT

मध्यप्रदेश वैक्सीनेशन और उपचार प्रबंधन में अन्य राज्यों से आगे

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-प्रधानमंत्री मोदी ने की नए वेरिएंट ओमिक्रोन के प्रसार पर राज्यों से चर्चा, वर्चुअली शामिल हुए मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल। कोरोना संक्रमण (corona infection) से बचाव के लिए चलाए जा रहे वैक्सीनेशन और उपचार प्रबंधन (Vaccination and Treatment Management) में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) अन्य राज्यों से बहुत आगे है। यह जानकारी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कॉफ्रेंस द्वारा राज्यों से कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के संक्रमण और उसके प्रबंधन के संबंध में ली गई समीक्षा बैठक में दी गई।

बैठक में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअल भागीदारी की। प्रधानमंत्री मोदी ने कम वैक्सीनेशन और अधिक समस्या वाले राज्यों पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, झारखंड, पंजाब आदि के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित हुए। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक का संयोजन किया।

प्रधानमंत्री मोदी की राज्यों से चर्चा के पहले बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश किशोर वर्ग के लिए तीन जनवरी से प्रारंभ वैक्सीनेशन के कार्य में अच्छी स्थिति में है। प्रदेश में 15 से 18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण कार्य में मध्यप्रदेश में पात्र किशोरों में से 72.2 प्रतिशत को वैक्सीन का डोज लगया जा चुका है। प्रिकॉशन डोज 01 लाख 80 हजार से अधिक लोगों को लगाया गया है। इस श्रेणी में लगभग 30 प्रतिशत पात्र आबादी को टीके लगाये जा चुके हैं।

उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन कार्य के लिए जन-भागीदारी के मॉडल का उपयोग करते हुए सभी का सहयोग लेकर 11 विशिष्ट वैक्सीनेशन महाअभियान संचालित किए गए हैं। अभी तक मध्यप्रदेश में 96 प्रतिशत प्रथम डोज तथा 92 प्रतिशत द्वितीय डोज के पात्र लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। इसी प्रकार 15-18 आयु वर्ग में और गर्भवती माताओं के टीकाकरण में भारत में सर्वाधिक टीके लगाने वाला मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य है।

इसी तरह केंद्रीय राशि के व्यय में भी मध्यप्रदेश का कार्य अच्छा है। विशेष रूप से प्रदेश में कोविड से बचाव के लिए अस्पतालों में सामान्य बेड, ऑक्सीजन बेड, एचडीयू और आईसीयू बेड, ऑक्सीजन संयंत्र, औषधियों की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है। भारत सरकार द्वारा 437 करोड़ 17 लाख रुपये केंद्र अंश के रूप में जारी किये गये। इसमें राज्य अंश 291 करोड़ 44 लाख करोड़ मध्यप्रदेश शासन ने जारी किये। केन्द्र और राज्य का अंश सम्मिलित करते हुए कुल 728 करोड़ 61 लाख करोड़ रुपये की उपलब्ध राशि के मुकाबले राज्य ने 398 करोड़ 33 लाख का व्यय किया है। व्यय प्रगति में राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश प्रथम पांच राज्यों में शामिल है।

बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर इस वर्ष प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रा-स्ट्रक्चर मिशन शुरू किया गया है। इसमें डिस्ट्रिक्ट इन्टीग्रेटेड पब्लिक हैल्थ लेब, जिला अस्पतालों तथा चिकित्सा महाविद्यालयों में 50 बिस्तरीय क्रिटीकल ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। वर्ष 2021-22 के लिए भारत सरकार ने इस मद में 126 करोड़ 25 लाख रुपये की मंजूरी मिली है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेजेंटेशन में बताया गया कि देश में 92 प्रतिशत लोग प्रथम डोज लगवा चुके। इसी तरह लगभग 70 प्रतिशत पात्र नागरिक दूसरा डोज़ लगवा चुके हैं। देश में 15 से 18 आयु वर्ग के तीन करोड़ किशोरों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। भारत में बड़ी आबादी वैक्सीन लगवा चुकी है। कुल 01 अरब 54 करोड़ 61 लाख वैक्सीन डोज लग चुके हैं। (एजेंसी, हि.स.)

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