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पूरी दुनिया में हो रही भारत के स्टार्टअप ईको सिस्टम की प्रशंसाः प्रधानमंत्री मोदी

👤 mukesh | Updated on:13 May 2022 8:33 PM GMT

पूरी दुनिया में हो रही भारत के स्टार्टअप ईको सिस्टम की प्रशंसाः प्रधानमंत्री मोदी

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- प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति एवं पोर्टल लांच किये

इंदौर/भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि भारत की स्टार्टअप क्रांति (India's Startup Revolution) आजादी के अमृत काल की महत्वपूर्ण पहचान बनेगी। आज देश में प्रो-एक्टिव स्टार्टअप नीति (Pro-active Startup Policy) एवं पर्याप्त स्टार्टअप नेतृत्व है। पूरी दुनिया में भारत के स्टार्टअप ईको सिस्टम (India's Startup Eco System) की प्रशंसा हो रही है। भारत में स्टार्टअप्स सामान्य भारतीय युवा के सपने पूरा करने के सशक्त माध्यम बन रहे हैं। वर्ष 2014 में भारत में केवल 300 से 400 स्टार्टअप्स थे, वहीं आज उनकी संख्या 70 हजार तक पहुँच गई है। भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप ईको सिस्टम है।

प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार शाम को मध्यप्रदेश की नई स्टार्टअप नीति एवं मध्यप्रदेश स्टार्टअप पोर्टल को दिल्ली से वर्चुअली लांच किया। उन्होंने नये स्टार्टअप चालू करने वाले मध्यप्रदेश के युवाओं इंदौर के तनु तेजस सारस्वत, भोपाल की उमंग श्रीधर एवं इंदौर के तौफिक खान से वर्चुअल संवाद भी किया। तीनों स्टार्टअप्स ने प्रधानमंत्री के साथ अपने कार्य की जानकारी साझा की। प्रधानमंत्री मोदी ने 2 स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता भी ऑनलाईन प्रदान की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश ने नई स्टार्टअप नीति बनाने एवं उपर्युक्त स्टार्टअप ईको सिस्टम तैयार करने में सराहनीय कार्य किया है। इसके लिये मध्यप्रदेश सरकार तथा जनता बधाई के पात्र हैं। इंदौर की धरती पर युवा स्टार्टअप क्रांति ला रहे हैं, जो सबके लिये प्रेरणा है।

उन्होंने कहा कि आज देश के छोटे-छोटे शहरों में स्टार्टअप्स प्रारंभ हो रहे हैं। भारत के 650 से ज्यादा जिलों में 50 हजार से अधिक स्टार्टअप्स उद्योगों से जुड़े हैं। यह अत्यंत महत्वपूर्ण बात है कि हमारे अनेक स्टार्टअप्स 8-10 दिन में ही यूनिकार्न बन जाते हैं। एक नये स्टार्टअप को 7 करोड़ रुपये की पूँजी तक पहुँचना बड़ी उपलब्धि है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे स्टार्टअप्स की सफलता का कारण देश में इन्फ्रा-स्ट्रक्चर निर्माण, शासकीय प्रक्रियाओं का सरलीकरण एवं लोगों के माइंडसेट में परिवर्तन कर नये ईकोसिस्टम का निर्माण करना है। स्टार्टअप्स के लिये हैकाथोन मजबूत बुनियाद बना है। हमारे विद्यालय स्टार्टअप्स की नर्सरी के रूप में काम कर रहे हैं। यहाँ अटल टिंकरिंग लेब बनाये गये हैं। देश में 700 से अधिक इन्क्यूबेशन सेन्टर्स बनाये गये हैं। स्टार्टअप के इन्क्यूबेशन के साथ ही इनकी फंडिंग की व्यवस्था भी की जाती है।

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स को प्रमोट करने के लिये सरकार टैक्स में छूट एवं अन्य इनसेंटिव दे रही है। साथ ही सरकार खरीददार भी बन रही है। जैम पोर्टल, जिस पर 13 हजार से अधिक स्टार्टअप्स रजिस्टर हैं, के माध्यम से गत दिनों साढ़े 6 हजार करोड़ से अधिक का व्यापार किया गया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में स्टार्टअप की सफलता में सस्ते मोबाइल फोन एवं सस्ते डेटा का महत्वपूर्ण योगदान है। स्टार्टअप और यूनिकार्न आज देश में लाखों लोगों को रोजगार दे रहे हैं। क्लीन एनर्जी, हेल्थ, टूरिज्म, कृषि, खुदरा व्यापार के क्षेत्र में स्टार्टअप्स उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। मोबाइल गेमिंग के क्षेत्र में आज भारत दुनिया में टॉप 10 में है। टॉयस के ग्लोबल मार्केट में अभी भारत एक प्रतिशत से भी कम पर है, इस क्षेत्र में नौजवानों को आगे आना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारत में खेल संस्कृति विकसित हो रही है। भारत में 800 से अधिक स्टार्टअप्स खेल-कूद के कार्य से जुड़े हैं। स्मार्ट फोन डाटा के उपयोग में भारत दुनिया में नंबर वन है, वहीं इंटरनेट के इस्तेमाल एवं ग्लोबल रिटेल व्यापार में नंबर दो है। भारत में ईज ऑफ लिविंग एवं ईज ऑफ डूईंग बिजनेस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आगामी दशक में भारत की ग्रोथ एवं सक्सेस स्टोरी उल्लेखनीय होगी।

50 हजार किराना दुकानों को डिजिटली जोड़ा

प्रारंभ में प्रधानमंत्री मोदी के साथ स्टार्टअप्स युवाओं के वर्चुअल संवाद में "शॉप किराना" स्टार्टअप इंदौर के तनु तेजस सारस्वत ने बताया कि उन्होंने 50 हजार किराना दुकानों को डिजिटली जोड़ा है तथा वे अब 40 प्रतिशत सामान डिजिटली क्रय करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे स्ट्रीट वेण्डर्स को भी डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने का प्रयास करें, जिससे उन्हें व्यापार में अधिक लाभ हो।

हैण्डीक्राफ्ट एवं हैण्डलूम का स्टार्टअप

प्रधानमंत्री को डिजाइन्स प्रायवेट लिमिटेड स्टार्टअप की उमंग श्रीधर ने बताया कि वे हैण्डीक्राफ्ट और हैण्डलूम का स्टार्टअप चलाती हैं। उनके साथ एक हजार कारीगर कार्य करते हैं एवं देश के 5 राज्यों की 1500 महिलाएँ 13 क्लस्टर में जुड़ी हैं। उन्होंने कताई-बुनाई के क्षेत्र में नवाचार किये हैं, जिससे महिलाओं की आमदनी में 300 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। वे उन्हें कारीगर से उद्यमी बनाने के साथ ही डिजिटल ट्रेनिंग के तरीके भी बता रही हैं। उनका बनाया कपड़ा 5 देशों में बिकता है। उनका उद्देश्य है कि पूरी दुनिया खादी पहने। प्रधानमंत्री ने उनके कार्य की सराहना की।

किसान स्वाईल टेस्टिंग की ओर ध्यान दें

प्रधानमंत्री ने इंदौर के स्टार्टअप उद्यमी तौफिक खान से संवाद के दौरान उन्हें किसानों द्वारा स्वाईल टेस्टिंग किये जाने की ओर ध्यान देने को कहा। तौफिक ने बताया कि उनका स्टार्टअप कृषि क्षेत्र में कार्य करता है। किसानों की मिट्टी की जाँच के साथ ही उन्हें उवर्रक के समुचित इस्तेमाल की सलाह भी देता है। दवाओं और बीजों की होम डिलीवरी भी करता है। उन्होंने अभी तक 10 हजार किसानों की स्वाईल टेस्टिंग की है। प्रधानमंत्री ने इंदौर जिले को पूर्णरूप से रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती वाला जिला बनाने की दिशा में कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इंदौर जिले को प्राकृतिक खेती के लिये मॉडल जिला बनाये। (एजेंसी, हि.स.)

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