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एनआईए की वजह से रुकी आतंकी फंडिंगः राजनाथ

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:20 Aug 2017 4:15 PM GMT

एनआईए की वजह से रुकी आतंकी फंडिंगः राजनाथ

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वीर अर्जुन संवाददाता

लखनउ। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार नक्सलवाद, आतंकवाद और उग्रवाद पर विजय प्राप्त करने की दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी ाएनआईएा की भूमिका की वजह से जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं में भारी कमी आयी है।
सिंह ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के लखनउढ स्थित आवासीय एवं प्रशासनिक भवन का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा आपने देखा होगा कि जम्मू-कश्मीर में एनआईए ने जिस तरह की भूमिका निभायी है, उससे वहां होने वाली पत्थरबाजी की घटनाओं में भारी कमी आयी है। एनआईए एक स्वायत्तशासी संग"न है। इसमें किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं होता। इसीलिये एनआईए बहुत प्रभावी तरीके से अपनी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि जहां तक भारत की सुरक्षा का प्रश्न है, उसके लिये जितनी क"ाsरता से कदम उ"ाया जाना चाहिये, उतना उ"ाएंगे। चाहे वह नक्सलवाद, आतंकवाद और उग्रवाद का संकट हो, इन सब पर विजय प्राप्त करने की दिशा में हम बहुत तेजी से बढ़ रही है।गृह मंत्री ने कहा कि उन्हें यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि पूर्वेत्तर में उग्रवाद में पिछले तीन साल के दौरान 75 प्रतिशत की गिरावट आई है वहीं नक्सलवाद भी 40 प्रतिशत कम हुआ है। जितने नक्सलवादी हैं, उनके अंदर भी बिखराव पैदा हुआ है। सिंह ने कहा कि उग्रवाद, आतंकवाद और नक्सलवाद में जाली करेंसी की अहम भूमिका है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ऐसे कई मामलों की पड़ताल कर रही है। अगर टेरर फंडिंग के स्रोत को समाप्त कर दिया जाए तो आतंकवाद को भी खत्म किया जा सकता है। एनआईए इस दिशा में काम कर रही है।उन्होंने कहा कि एनआईए देश की श्रेष्" जांच एजेंसी है और टेरर फंडिंग करने वाले लोग एनआईए का नाम सुनकर दहशत में आ जाते हैं। गृहमंत्री ने कहा कि भारत में एनआईए का पहला रिहाइशी परिसर और कार्यालय लखनउढ में स्थापित किया गया है। इसके कार्यक्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और मध्य प्रदेश आते हैं। हालांकि यह चारों राज्य आतंकवाद की दृष्टि से शांत क्षेत्र माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि बहरहाल एनआईए सारे देश में 165 मामलों की जांच कर रही है और करीब 95 प्रतिशत मामलों में उसने कामयाबी हासिल की है। ऐसा करने वाली वह देश की पहली एजेंसी है। लखनउढ में इसका परिसर बनने से इसकी कार्यप्रणाली में और सुधार होगा। इसके पूर्व कार्यक्dरम के विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से अनुरोध किया कि एनआईए और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जांच एवं खुफिया एजेंसियों के बीच छह माह में एक उच्च स्तरीय बै"क हो ताकि प्रभावी ढंग से आपसी तालमेल से काम हो सके।
योगी ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए अपनी जांच एजेंसियों को अत्याधुनिक और ताकतवर बनाना होगा। उत्तर प्रदेश की सभी जांच एजेंसियां एनआईए को हर स्तर पर सहयोग करेंगी। योगी ने कहा कि भारत दुनिया में आतंकवाद की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। पड़ोस के कुछ देशों ने आतंक को अपनी विदेश नीति का हिस्सा बना लिया है एनआईए के जरिए उन्हें नेस्तनाबूद किया जा सकेगा। एनआईए के महानिदेशक शरद कुमार ने इस मौके पर बताया कि एनआईए के लखनउढ परिसर के निर्माण पर 36 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। उन्होंने बताया कि लखनउढ एनआईए ने अब तक 24 की मामले दर्ज किए हैं जिनमें से 23 में उस उसे कामयाबी मिली है।
मालूम हो कि एनआईए लखनउढ परिसर का शिलान्यास गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 28 दिसंबर 2015 को किया था। एनबीसीसी इंडिया द्वारा निर्मित इस परिसर में शासकीय ब्लॉक सामुदायिक केंद्र और आवासीय परिसर का निर्माण करीब 20 महीने के अंदर किया गया।

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