बच्चों को ब्लूव्हेल खेल से दूर रखने के लिए बच्चों को समझाएंगे स्कूल के प्रधानाध्यापक
भोपाल, मध्यप्रदेश के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को ब्लू व्हेल चैलेंज गेम से दूर रखने के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को पत्र लिखकर उन्हें बच्चों को लगातार इस संबंध में समझाने की सलाह दी है। इस खेल की लत की वजह से देश में कई बच्चे खुदकुशी कर चुके हैं। आधिकारिक तौर पर आज यहां दी गयी जानकारी के मुताबिक पत्र में कहा गया है कि ब्लू व्हेल चैलेंज गेम अपराधी किस्म के लोगों द्वारा फैलाया हुआ एक जंजाल है। इसमें बच्चे उलझकर रह जाते हैं और उनके लिए इससे बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
कुछ प्रकरणों में बच्चों ने इस खेल में उलझकर आत्महत्या करने का प्रयास भी किया है। प्रदेश में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में मोबाइल का उपयोग रेडिएशन प्रभाव और बाल मन पर विपरीत प्रभाव को देखते हुए प्रतिबंधित है। शिक्षकों से कहा गया है कि वे बच्चों को समझाने के नैतिक दायित्व का तत्परता से निर्वहन करें। साथ ही, यदि बच्चों के मोबाइल में इस गेम के लिंक होने की जानकारी मिले, तो उसे तत्काल हटवाने की प्रभावी कार्वाई करें।
प्रधानाध्यापकों से कहा गया है कि वे अभिभावकों के साथ बैठक के दौरान भी बच्चों के परिजन को इस बुराई के संबंध में आगाह करें और बच्चों पर लगातार निगरानी रखने की सलाह दें। राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत 88, 431 प्राथमिक और 54,775 माध्यमिक स्कूल संचालित हो रहे हैं।