एनडीए में बना रहेगा जद-यू
विशेष प्रतिनिधि
नई दिल्ली। जदयू ने अपनी बैठक में साफ कर दिया है कि वो 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ है। हालांकि सीटों के बंटवारे पर अभी स्थिति साफ नहीं हुई है। बिहार में एनडीए के प्रमुख घटक दल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने जब से चार राज्यों में अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया, तब से भाजपा से उसके संबंधों में दरार की संभावनाओं को काफी बल मिला।
माना जा रहा था कि नीतीश कुमार एक बार फिर से भाजपा का साथ छोड़ महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं। लेकिन इन अटकलों के बाद अब बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान खत्म होने के संकेत मिल रहे हैं। तमाम बड़े नेताओं की मौजूदगी में पार्टी ने नीतीश कुमार को 2019 लोकसभा चुनाव से जुड़े राजनैतिक फ़ैसले लेने के लिए अधिकृत किया। वहीं बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि करप्शन के मुद्दे पर राहुल गांधी का रूख स़ाफ नहीं है। नीतीश कुमार फिर दोहराया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा हमारे लिए अहम मुद्दा है।
नीतीश कुमार ने अपने भाषण में कहा कि अभी तक सीटों को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सबसे ख़राब स्थिति में भी जेडीयू को 17 प्रतिशत वोट मिला था। नीतीश का कहना है कि जो हमें राजनीति में इग्नोर करेगा वो खुद राजनीति में इग्नोर हो जाएगा।इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार रविवार को जद(यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया। आगामी लोकसभा चुनावों के दृष्टिकोण से यह बैठक अहम मानी जा रही थी। राष्ट्रीय राजधानी में जद(यू) पहली बार अपनी कार्यकारिणी आयोजित की।जद(यू) की ये बैठक बिहार में उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सीटों को लेकर तनातनी के बीच हो रही है।