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डॉ. भागवत अपने जन्मदिन पर 123 वर्षीय संत का लेंगे आशीर्वाद

👤 Veer Arjun | Updated on:11 Sep 2019 5:32 AM GMT

डॉ. भागवत अपने जन्मदिन पर 123 वर्षीय संत का लेंगे आशीर्वाद

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जयपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत का जन्मदिन 11 सितम्बर को है। भागवत अपने जन्मदिन पर राजस्थान के अलवर जिले के 123 वर्षीय बाबा कमलनाथ का आशीर्वाद लेंगे। इस दौरान वे बाबा से आध्यात्मिक एवं राष्ट्रीय विषयों पर मंत्रणा करेंगे।

डॉ. भागवत अपने तय कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को जयपुर से रवाना होकर सुबह दस बजे अलवर-तिजारा मुख्य मार्ग से तीन किलोमीटर अंदर भिंडूसी-गहनकर गांव में बने बाबा कमलनाथ आश्रम पहुंचेंगे। आश्रम में प्रवास के अलावा भागवत का कोई स्थानीय कार्यक्रम नहीं है। हालांकि इस दौरान वे दोपहर में अलवर के बहरोड़ में एक स्वयंसेवक परिवार में भोजन करेंगे।

डॉ. भागवत तीन सितम्बर से ही राजस्थान के प्रवास पर हैं। वे यहां पुष्कर में 7 से 9 सितम्बर तक आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक में शामिल होने के लिए आए थे।

उल्लेखनीय है कि डॉ. भागवत का जन्म एक छोटे से कस्बे चंद्रपुर, मुंबई, महाराष्ट्र में 11 सितम्बर, 1950 को हुआ। इनके पिता मधुकरराव भागवत चंद्रपुर में ही संघ का काम देखते थे। इसलिए इन्हें संघ का काम विरासत में मिला। एक बहन और तीन भाइयों में सबसे बड़े मोहन भागवत की स्कूली शिक्षा चंद्रपुर के ही लोकमान्य तिलक विद्यालय से हुई। इसके बाद अकोला से पशु चिकित्सा और पशुपालन में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। साल 1975 में आपातकाल के समय संघ के पूर्णकालिक बन गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। संघ में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया। उन्हें 21 मार्च 2009 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरसंघचालक बनाया गया।

कौन हैं 123 वर्षीय बाबा कमलनाथ

बाबा के शिष्यों के अनुसार मूलरूप से बिहार के गोविंदपुर में 1896 को जन्मे बाबा कमलनाथ 30 साल तक गृहस्थ जीवन में रहे। इसके बाद अपने गुरू के साथ अज्ञातवास के लिए चले गए। करीब 80 साल पहले वे तिजारा के जंगलों में आकर निवास करने लगे। 1965 में गहनकर गांव आए। 1980 के दशम में उन्होंने आश्रम की स्थापना की। बाबा आश्रम में जड़ी बूटियों से कैंसर के मरीजों का निशुल्क उपचार करते हैं। कैंसर के उपचार के कारण बाबा की ख्याति देश-विदेश में फैली है। देश के कई राज्यों से मरीज बाबा के यहां कैंसर का उपचार कराने के लिए पहुंचते हैं।

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