महाकाल मंदिर ढांचे की जांच में जुटी रुडक़ी से आई टीम
उज्जैन। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर केन्द्रीय भवन अनुसंधान केन्द्र, रुडक़ी के इंजीनियरों, वास्तुविदों की एक टीम ने बुधवार सुबह से महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर के ढांचे की मजबूती की जांच का काम शुरू कर दिया। इस टीम में शामिल तकनीकी अधिकारियों के अनुसार मंदिर भवन की मजबूती को लेकर आने वाले निष्कर्षों से माननीय सर्वोच्च न्यायालय को अवगत कराया जाएगा।
तकनीकी अधिकारियों ने सीधे तौर पर बात करने से इंकार करते हुए अनौपचारिक चर्चा में बताया कि महाकाल मंदिर में आने वाले समय में कोई भी तोडफ़ोड़, निर्माण कार्य, विस्तारीकरण आदि किए जाने के पूर्व मजबूती को लेकर ताजा स्थिति जानने के लिए उक्त सर्वे कार्य किया जा रहा है। इसके तहत महाकाल मंदिर के गर्भगृह, प्रथम तल स्थित ओंकारेश्वर, कोटितीर्थ के समीप स्थित चांदीगेट प्रवेश मार्ग, पुराना महाकाल का ढांचा तथा महाकाल मंदिर के ओंकरेश्वर मंदिर में स्थित सभी पिलरों की स्थिति की जांच की जाएगी। ऐसा होने पर यह स्पष्ट हो जाएगा कि मंदिर भवन अब नया निर्माण, तोडफ़ोड़, विस्तारीकरण को झेल सकता है या नहीं। ज्ञात रहे प्रदेश की कमलनाथ सरकार महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना लेकर आई है जिसके लेकर अधिकारियों से श्रद्धालुओं तक में जिज्ञासा बनी हुई है। यदि तकनीकी रिपोर्ट सही नहीं आती है तो विस्तारीकरण योजना पर प्रश्नचिन्ह लग सकता है।