पूर्व मंत्री सरयू राय ने रघुवर दास के खिलाफ किया निर्दलीय नामांकन
रांची। दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी से टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सरयू राय ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकान दाखिल किया।
अब तय माना जा रहा है कि इस सीट पर रघुवर दास और सरयू राय के बीच सीधा मुकाबला होगा। हालांकि राय ने जमशेदपुर पश्चिमी से पर्चा दाखिल नहीं किया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने वहां से देवेंद्र कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है, इसलिए सिर्फ जमशेदपुर पूर्वी से ही नामांकन कर रहा हूं। वहीं, आज ही इसी सीट पर कांग्रेस के गौरव बल्लभ ने भी पर्चा भरा।
उल्लेखनीय है कि सरयू राय पश्चिम जमशेदपुर से विधायक हैं। वर्ष 2005 और 2014 में वे दो बार उस सीट से चुनाव जीते हैं। भाजपा के दिग्गज सरयू राय का टिकट होल्ड पर चल रहा था। भाजपा की चौथी सूची में भी उनका नाम नहीं आने के बाद एकदिन पहले 16 नवंबर को सरयू राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि मुझे भाजपा का टिकट नहीं चाहिए। पार्टी नेतृत्व अब मेरे नाम पर विचार न करें। पार्टी नेतृत्व मुझे लेकर असमंजस की स्थिति में था इसलिए मैंने उन्हें चिंतामुक्त कर दिया है। मैंने पार्टी नेतृत्व को आदरपूर्वक टिकट देने से मना कर दिया। सरयू ने कहा था कि भाजपा ने मुझे बहुत कुछ दिया। एमएलसी बनाया, दो बार एमएलए बनाया, मंत्री भी बनाया। इसके लिए मैं पार्टी नेतृत्व का शुक्रगुजार हूं। मैं अभीतक भाजपा में हूं। भाजपा द्वारा इसबार 10 विधायकों के टिकट काटे जाने की वजह पूछने पर सरयू ने कहा कि बॉस इज ऑलवेज राइट, बॉस कोई भी कार्रवाई का कारण नहीं बताता है। बॉस से कोई कारण पूछ भी नहीं सकता और न ही वह बताने के लिए बाध्य है।
इसके अगले दिन 17 नवंबर को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही विधानसभा और मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया और जमशेदपुर पूर्वी से मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। साथ ही वे जमशेदपुर पश्चिमी से भी चुनाव लड़ेंगे। सरयू राय ने कहा था कि कार्यकर्ताओं और समर्थकों की रायशुमारी के बाद इस नतीजे पर पहुंचा हूं। मैं पूर्वी में अधिक समय दूंगा लेकिन पश्चिम में कार्यकर्ता और समर्थक चुनाव लड़ेंगे। कार्यकर्ताओं ने कहा था कि उन्हें जमशेदपुर पश्चिम में झांकने की भी जरूरत नहीं है। साथ ही क्षेत्र की जनता ने आश्वस्त किया है कि चुनाव में वोट भी देंगे और नोट भी।
दूसरे चरण की 20 सीटों पर हुआ नामांकन, वापसी का अंतिम दिन 21 नवंबर
राज्य में दूसरे चरण में 20 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इनमें बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, सरायकेला, खरसावां, चाईबासा, मझगांव, जगन्नाथपुर, मनोहरपुर, चक्रधरपुर, तमाड़, मांडर, तोरपा, खूंटी, सिसई, सिमडेगा तथा कोलेबिरा शामिल हैं। यहां नामांकन का आखिरी दिन सोमवार है। इन विधानसभा क्षेत्रों में दाखिल नामांकन पत्रों की जांच 19 नवंबर को होगी, जबकि 21 नवंबर तक नाम वापस लिए जाएंगे। इन सीटों पर 07 दिसंबर को मतदान होना है। (एजेंसी हिस.)