पीएम ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर सैनिकों के सम्मान और सहयोग का किया आह्वान
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सशस्त्र सेना झंडा दिवस के मौके पर तीनों सेनाओं के अदम्य साहस, शोर्य और समर्पण भाव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए वीर सैनिकों को स्मरण किया। उन्होंने इस मौके पर सभी देशवासियों से सैनिकों के सम्मान के साथ-साथ सहयोग का भी आह्वान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा, सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर हम अपने बलों और उनके परिवारों के अदम्य साहस को सलाम करते हैं। मैं आपसे हमारी सेनाओं के कल्याण में योगदान देने का भी आग्रह करता हूं।
प्रधानमंत्री ने सेना की तीनों शाखाओं के सैनिकों के एक वीडियो के साथ एक वॉयसओवर भी ट्वीट किया। इसमें लोगों से सैनिकों को सम्मानित करने के साथ ही और सहयोग का भी आग्रह किया।
मोदी ने कहा कि वो दिन है जब हम अपने वीर सैनिकों के पराक्रम और बलिदान को याद करते हैं लेकिन योगदान भी करते हैं। उन्होंने कहा कि केवल सम्मान का भाव रखना पर्याप्त नहीं है। हमें इसमें सहभाग करने की भी जरूरी है। उन्होंने देशवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि इस दिन प्रत्येक भारतीय को आगे आना चाहिए और उनके पास सशस्त्र सेना का झंडा होना ही चाहिए।
सात दिसम्बर 1949 से सशस्त्र सेना झंडा दिवस हर साल देश के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले सैनिकों के सम्मान में मनाया जाता है। इस दिन भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों के कल्याण के लिए देश की जनता से धन-संग्रह का आग्रह किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले माह रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में भी सशस्त्र सेना झंडा दिवस के महत्व का उल्लेख किया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर सशस्त्र बलों के सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने एक वीडियो संदेश भी जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी हमारा देश सशस्त्र सेना झंडा दिवस मना रहा है। इस दिन हम अपने उन वीर शहीदों का स्मरण करते हैं जिन्होंने देश की सुरक्षा की सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान दिया है। इस दिन हम अपने उन महानायकों के सम्मान में इस झंडे को बड़े गर्व के साथ अपने सीने पर लगाते हैं। यह झंडा हमें उनके त्याग और राष्ट्र के प्रति समर्पण की याद दिलाता है। साथ ही उनके आश्रितों, युद्ध विधवाओं, दिव्यांग सैनिकों और उनके बच्चों की हर संभव मदद का संकल्प भी कराता है।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष के माध्यम से पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और दिव्यांग सैनिकों और उनके आश्रितों के पुनर्वास और कल्याण संबंधित योजनाओं को चलाया जाता है।